आपदा
माणा कैम्प के पास हिमस्खलन,57 मजदूर फंसे, रेस्क्यू अभियान जारी।

संवादसूत्र देहरादून/चमोली: माणा कैंप के पास सुबह करीब आठ बजे हिमस्खलन हो गया। इस दौरान वहां निर्माण कार्य में लगे 57 मजदूर बर्फ में दब गए। रेस्क्यू अभियान जारी है।
हिमस्खलन की चपेट में जम्मू-कश्मीर, पंजाब और उत्तर प्रदेश के मजदूर आए हैं। ये सब बीआरओ की कार्यदायी संस्था के मजदूर हैं।

बर्फबारी के बीच आज सुबह कुबेर पर्वत से भारी हिमस्खलन हो गया। जिससे बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) के 57 मजदूर इसकी चपेट में आ गए। बताया जा रहा है कि मजदूर वहां कंटेनर में सो रहे थे। इसी दौरान कंटेनर के ऊपर हिमस्खलन हो गया।
भारी बर्फबारी के चलते आईटीबीपी ने रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया है। आईटीबीपी के जवान माणा गांव में वापस अपने कैंप में लौट गए है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि जिस स्थान पर हिमस्खलन हुआ है वहां करीब आठ फीट तक बर्फ जम गई है। मौसम सामान्य होने पर फिर से रेस्क्यू चलाया जाएगा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “जोशीमठ के माणा क्षेत्र में आज एक दुर्भाग्यपूर्ण हिमस्खलन हुआ है, जिससे बीआरओ का जीआरईएफ शिविर प्रभावित हुआ है। स्थिति के संबंध में सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की। प्रशासन प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। स्थानीय सेना इकाइयों द्वारा बचाव प्रयास भी जारी हैं। सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करके फंसे हुए कर्मियों को बचाने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं।”
गृहमंत्री अमित शाह ने चमोली में हिमस्खलन को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने के संदर्भ में सीएम से बात हुई है। आईटीबीवी, डीजी एनडीआरएफ से बात हुई है। हादसे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है। स्थानीय प्रशासन बचाव कार्यों में पूरी तत्परता से लगा हुआ है। एनडीआरएफ की दो टीमें भी जल्द ही घटना स्थल पर पहुंच रही हैं।
एसडीआरएफ के अनुसार, हिमस्खलन के दौरान निर्माण कार्य में लगे 57 मजदूर बर्फ में दबे थे। अब तक 15 मजदूरों को निकाल लिया गया है। अन्य की तलाश जारी है।
बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, रुद्रनाथ, लाल माटी, नंदा घुंघटी, औली, गोरसों के साथ ही नीती और माणा घाटियों में तीन दिन से बर्फबारी हो रही है। जिससे ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फ जमा हो गई है।
चमोली में हिमस्खलन को लेकर अब सीएम धामी ने मोर्चा संभाल लिया है। सीएम अचानक देहरादून में आपदा परिचालन केंद्र पहुंचे और अधिकारियों से हिमस्खलन की घटना की जानकारी ली।
क्षेत्र में मौसम खराब होने के चलते संचार सेवा ठप पड़ी है। चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि एयर फोर्स से मदद मांगी जा रही है। सेना, आईटीबीपी रेस्क्यू में लगी है। एनडीआरएफ की टीम को भी मूव कर दिया गया है।

