उत्तराखण्ड
भारतीय सेना में शहीद हुए 52 सैनिकों के परिजनों को दिया ताम्र पत्र।
संवादसूत्र देहरादून/अगस्त्यमुनि: अगस्त्यमुनि के रामलीला मैदान में सैनिक कल्याण विभाग रुद्रप्रयाग द्वारा सैनिक सम्मान यात्रा कार्यक्रम में विकासखंड अगस्त्यमुनि व ऊखीमठ के भारतीय सेना में शहीद हुए 52 सैनिकों के परिजनों को ताम्र पत्र व शॉल ओढ़ाकर मुख्य अतिथि सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी द्वारा सम्मानित किया गया। उन्होंने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि शहीद सैनिकों के घर.आंगन की मिट्टी को कलश में प्राप्त करते हुए उत्तराखंड के सैनिक शहीद धाम देहरादून में निर्माण कार्य में लगाया जाएगा।
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी एवं रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी, जिलापंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह सहित अन्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया। जनपद के अंतर्गत शहीद हुए सैनिकों को याद करते हुए कहा कि राज्य में पांचवां धाम सैन्य धाम स्थापित होने पर हम सभी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। अपने संबोधन में सैनिक कल्याण मंत्री ने सैनिकों के सम्मान को लेकर सरकार द्वारा की जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी। बताया कि लंबे समय से सैनिकों की मांग वन रैंक, वन पैंशन को हमारी सरकार द्वारा पूर्ण किया गया।
इसके अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा शहीद हुए सैनिकों के आश्रित को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दी जाएगी। यदि किसी सैनिक का सचिवालय से संबंधित कार्य हो तो उसके लिए पास की वाध्यता को समाप्त कर दिया गया है। सैनिक का आई कार्ड ही उसका पास माना जाएगा। जोशी ने कहा एनडीए जैसी प्रतियोगिता की परीक्षाओं की कोचिंग हेतु सरकार द्वारा एकमुश्त पचास हजार रुपए दिए जा रहे हैं। सैनिकों से संबंधित समस्याओं हेतु जनपद स्तर पर एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। ताकि उनसे संबंधित समस्याओं का यथाशीघ्र निस्तारण हो सके। देहरादून में स्थापित होने वाले सैन्य धाम में देश सेवा में शहीद हुए सभी सैनिकों के चित्रों का समायोजन किया जाएगा। पूरे प्रदेश के शहीद सैन्य परिवारों के आंगन की मिट्टी से विशाल सैन्य धाम का निर्माण किया जाएगा।
उन्होंने सैनिकों की शहादत को याद करते हुए कहा कि प्रथम विश्व युद्ध हो, द्वितीय विश्व युद्ध हो, पेशावर कांड हो, देश की आजादी की लड़ाई हो या आजादी के बाद के युद्ध हों, इस धरती के वीरों ने अग्रिम पंक्ति में रहकर अपना कौशल दिखाया है और अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।इस अवसर पर जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल ने कहा कि सरकार ने सैन्य धाम बनाकर सैनिकों व उनके परिवार का मनोबल बढाया है।