उत्तराखण्ड
सौ साल पुरानी मजार हटाई गई।
संवादसूत्र देहरादून/रामनगर: कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के बिजरानी जोन में बनी सौ साल पुरानी मजार को प्रशासन व सीटीआर ने बुलडोजर से हटा दिया है। सूचना मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता व मुस्लिम वर्ग के लोग भड़क गए। उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने लोगों को समझाकर लोगों का आक्रोश शांत कराया।
सीटीआर के बिजरानी जोन में हाईवे से आधे किलोमीटर दूर पहाड़ी में थपली बाबा के नाम से मजार बनी थी। इस मजार में मुस्लिम के अलावा हिंदू भी मन्नत पूरी होने पर चादर चढ़ाते थे। शासन की सख्ती के बाद अवैध मजारों के चिन्हीकरण में थपली बाबा मजार भी चिन्हित हुई थी। सोमवार सुबह पुलिस प्रशासन व बिजरानी रेंज की टीम फोर्स के साथ बुलडोजर लेकर मजार पहुंची। सवा छह बजे से मजार को हटाने की कार्रवाई की गई। इस बीच सूचना मिलने पर मुस्लिम वर्ग के लोग मजार के हाईवे पर स्थित गेट पर पहुंचे। कुछ देर बाद कांग्रेस कार्यकर्ता पालिकाध्यक्ष मो. अकरम भी पहुंच गए। पुलिस ने किसी को मजार स्थल पर नहीं जाने दिया।इससे नाराज लोगों ने सरकार के नारेबाजी शुरू कर दी। लोगों की मांग पर मजार के मुजाबीर असरफ अली व उनके एक बेटे को मजार स्थल पर भेज दिया। मुजाबीर के कुछ लोग पहले से ही मजार में थे। उन्होंने मजार की धर्म से जुड़ी सामग्री संभालकर रख ली थी।