उत्तराखण्ड
ठेकेदार के साथ घर से निकला लोनिवि इंजीनियर भी 4 दिन से लापता।
संवादसूत्र देहरादून: राष्ट्रीय राजमार्ग खंड देहरादून में तैनात अपर सहायक अभियंता अमित चौहान 04 दिन से गायब
लोनिवि के एक अपर सहायक अभियंता चार दिन से लापता हैं। वह 12 मई को उत्तरकाशी के ठेकदार के साथ घर से निकले थे। उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ ने किसी अनहोनी की आशंका जाहिर करते हुए पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजा है। साथ ही अपर पुलिस महानिदेशक अंशुमान सिंह से मुलाकात की। ताकि संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए अभियंता की खोजबीन तेज की जा सके। यह भी एक संयोग है कि वर्ष 2009 में उत्तरकाशी से जो सहायक अभियंता आनंद प्रकाश गायब हुए थे, वह आज तक नहीं लौटे हैं। तब अमित चौहान कनिष्ठ अभियंता के रूप में आनंद प्रकाश के अधीन ही कार्यरत थे।
महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष एसएस चौहान की ओर से पुलिस महानिदेशक को भेजे गए पत्र में कहा गया कि अपर सहायक अभियंता अमित चौहान राष्ट्रीय राजमार्ग खंड देहरादून में तैनात हैं। उनकी पत्नी अंजना चौहान ने बताया कि 12 मई शाम करीब 05 बजे ठेकेदार राजदीप परमार उनके नानक विहार देहराखास स्थित घर पर आए थे। राजदीप परमार यह कहकर अभियंता अमित चौहान को घर से अपने साथ लेकर गए कि एक घंटे में उन्हें घर छोड़ जाएंगे। उसके बाद अंजना की अपने पति से शाम करीब 7.45 पर आखिरी बार बात हुई। इसके बाद से उनका मोबाइल बंद आ रहा था।
पति की कोई खबर न मिलने पर 13 मई की सुबह अंजना ने राजदीप परमार को कॉल किया। राजदीप ने उन्हें बताया कि अमित चौहान को वह डुंडा उत्तरकाशी में अपने घर लेकर आए हैं। थोड़ी देर में अमित से बात करा देंगे। लेकिन, इसके बाद भी अंजना की बात उनके अभियंता पति से नहीं कराई गई। अपर सहायक अभियंता जब राजदीप के साथ घर से निकले थे तो वह घर के कपड़ों में सिर्फ निकर, टी-शर्ट और चप्पल में थे।
हालांकि, अमित चौहान के पिता ने उत्तरकाशी कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई गई है, लेकिन उसमें उन्हें अगवा किए जाने का जिक्र नहीं है। लेकिन, चार दिन बाद भी अमित चौहान की कोई खबर न मिलने पर अनहोनी की आशंका बढ़ती जा रही है। क्योंकि, यह मामला अभियंता को अगवा कर ले जाने से ही जुड़ा प्रतीत होता है। महासंघ ने कहा कि किसी ठेकेदार के अभियंता को अगवा कर ले जाने का यह प्रदेश में पहला मामला है। घटना के बाद से अभियंताओं में आक्रोश व्याप्त हो रहा है।
वर्ष 2009 में अमित चौहान के वरिष्ठ अभियंता हुए थे गायब
महासंघ ने डीजीपी को लिखे पत्र में कहा कि वर्ष 2009 में सहायक अभियंता आनंद प्रकाश ज्ञान हो गए थे। जिनका आज तक कहीं पता नहीं चल पाया है। उस समय अमित चौहान कनिष्ठ अभियंता के रूप में आनंद प्रकाश के अधीन ही कार्यरत थे। महासंघ ने कहा कि राजदीप परमार उत्तरकाशी के दबंग परिवार से हैं। ऐसे में वह जांच को प्रभावित करा सकते हैं। चेतावनी दी गई कि यदि प्रकरण में सख्त कार्रवाई कर अभियंता का पता नहीं लगाया गया तो आंदोलन छेड़ा जाएगा।