उत्तराखण्ड
कांवड़ यात्रा को लेकर उप जिलाधिकारी ने विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक।
संवादसूत्र देहरादून/ऋषिकेश: 14 जुलाई से प्रारंभ होने जा रही कावड़ यात्रा को लेकर उप जिलाधिकारी ने ऋषिकेश के व्यापारियों, होटल-धर्मशाला संचालकों, परिवहन संस्थाओं और अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की। उप जिलाधिकारी ने सभी से कावड़ यात्रा की सफलता के लिए सहयोग देने की अपील की।
सोमवार को तहसील सभागार में आयोजित बैठक में उप जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी, पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढोडियाल, यातायात निरीक्षक हितेश कुमार ने संयुक्त रूप से आगामी कांवड़ यात्रा को लेकर बैठक की। बैठक में बताया गया कि इस वर्ष कोरोना काल के बाद कावड़ यात्रा में हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य कोनों से चार करोड़ सेअधिक कांवडियों के आने का अनुमान है। कांवड़ यात्रा में आने वाले अधिकांश यात्री मुख्यत नीलकंठ मंदिर में जल चढ़ाने के लिए आते हैं। प्रशासन ने तय किया है कि कांवड यात्रा के दौरान जुगाड़ वाहन को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा। कावड़ की ऊंचाई अधिक से अधिक 7 फुट रहेगी, इसी के साथ कांवडियों को अपना पहचान पत्र लाना भी अत्यंत आवश्यक है।
उप जिलाधिकारी शैलेंद्र नेगी ने
नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा गया कि कावड़ यात्रा के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। यह भी सुनिश्चित करें कि खुले में कोई भी शौच न करे और प्लास्टिक की कोई भी सामग्री उपयोग ना करें। यात्रियों को सूचनाएं उपलब्ध करवाने के लिए पूरे शहर में साउंड सिस्टम लगाया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि आईटीपीएल में वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था की गई है जहां पर पीने के पानी शौचालय आदि की व्यवस्था भी रहेगी। उन्होंने व्यापारियों को अपने प्रतिष्ठानों में रेट लिस्ट चस्पा करने के निर्देश दिए। साथ ही तिपहिया वाहनों में भी आवश्यक रूप से किराया सूची चस्पा करने के लिए निर्देशित किया। यातायात निरीक्षक हितेश कुमार ने बताया कि हरिद्वार से ऋषिकेश आने वाले कावड़ यात्रियों के लिए बाईपास मार्ग का उपयोग किया जाएगा। इनके पार्किंग की व्यवस्था चंद्रभागा में और पूर्णानंद कॉलेज में की कई है। इसी के साथ पैदल जाने वाले यात्रियों के लिए भी राम झूला से भेजा जाएगा और उनकी वापसी जानकी सेतु से होगी। वही बैराज मार्ग को भी उपयोग में लाया जाएगा।
बैठक में तहसीलदार अमृता शर्मा, डॉ. कैलाश गुंजियाल, देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल, अंशुल अरोड़ा, प्रमोद शर्मा, यातायात सहकारी संघ के मनोज ध्यानी, संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के प्रभारी नवीन तिवारी, सहित सभी विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।