उत्तराखण्ड
कुमाऊं के सबसे बड़े ठग रितेश पांडे के सारे बैंक खाते फ्रीज।
संवादसूत्र देहरादून/हल्द्वानी : कुमाऊं के सबसे बड़े ठग व गैंगस्टर रितेश पांडे पर पुलिस का शिकंजा कस गया है। डीजीपी के निर्देश पर उसके सभी बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। अब अवैध रूप से अर्जित संपत्ति भी जब्त की जाएगी। कुमाऊं के चार जिलों में उसके विरुद्ध 16 मुकदमें दर्ज हैं, जिनकी विवेचना अब देहरादून एसटीएफ को सौंपी गई है।
हल्द्वानी के जेल रोड व हाल बिडलास अपार्टमेंट डालनवाला देहरादून निवासी रितेश पांडे लोगों को सरकारी नौकरी का झांसा देता था। सेना, पुलिस, बैंक, सचिवालय व विधानसभा में तैनाती के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है। उसके विरुद्ध नैनीताल जिले के हल्द्वानी, रामनगर व मुखानी के साथ ही अल्मोड़ा, ऊधम सिंह नगर और बागेश्वर के विभिन्न थानों में धोखाधड़ी के मुकदमें दर्ज हैं। हल्द्वानी में वह पहले ही जेल भेजा जा चुका है। जमानत पर बाहर आने के बाद वह देहरादून भाग गया था। गत दिनों अल्मोड़ा की दन्या पुलिस ने उसे देहरादून से गिरफ्तार कर जेल भेजा।
रितेश पांडे के नाम पर हल्द्वानी व देहरादून में 10 से अधिक बैंक खाते हैं, जिनमें करोड़ों रुपये जमा हैं। इसके अतिरिक्त उसने ठगी के रुपये अपनी महिला साथी के बैंक खाते में भी जमा कराए हैं। पुलिस महिला के खातों को भी फ्रीज कर सकती है।
क। भी हल्द्वानी जेल रोड पर किराए के मकान में रहने वाला रितेश शातिर दिमाग से 50 करोड़ की संपत्ति का मालिक बन गया। पूरी संपत्ति उसने नंबर दो से अर्जित की। वह लग्जरी कार में घूमता है। नैनीताल की एक महिला व उसके बेटे के साथ मिलकर लोगों को अपने जाल में फंसाता है। उसके संबंध बड़े नेताओं व मंत्रियों से भी रहे हैं।
आठ दिसंबर को रितेश पांडे समेत तीन ठगों पर मुखानी थाने में गैंगस्टर की कार्रवाई हुई। उसकी गैंग में मल्लीताल निवासी कविता मेहरा व उसकी बेटा आदित्य भी शामिल है। महिला पूर्व में एक सरकारी स्कूल में सेवा दे चुकी है।
कहां कितने मुकदमें हैं दर्ज
-जिला मुकदमों की संख्या
ऊधम सिंह नगर 03
बागेश्वर 02
अल्मोड़ा 02
नैनीताल 09
डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर रितेश पांडे के सभी बैंक खाते फ्रीज करा दिए गए हैं। मुकदमों की विवेचना देहरादून एसटीएफ करेगी। ठगी से अर्जित संपत्ति को भी सीज किया जाएगा।