उत्तराखण्ड
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे:गणेशपुर से डाटकाली तक जंगल के बीच 10 किमी एलिवेटेड रोड तैयार।
संवादसूत्र देहरादून: गणेशपुर से डाटकाली के बीच बन रही 12 किमी एलिवेटेड रोड, 10 किलोमीटर भाग हो चुका काम।गणेशपुर-डाटकाली एलिवेटेड रोड का तैयार भाग घने वन क्षेत्र के बीच खासा आकर्षण पैदा कर रहा। दिल्ली से देहरादून के बीच का सफर महज 2.5 घंटे में पूरा करने के लिए बस कुछ महीनों का ही इंतजार बाकी है। यह पूरा सफर न सिर्फ सुगम होने वाला है, बल्कि जब यात्री देहरादून के करीब पहुंचेंगे तो ऊपर सड़क और नीचे प्रकृति और वन्यजीवों के नजारे सफर का मजा दोगुना कर देंगे। घने जंगल के बीच सफर का यह मजा गणेशपुर से डाटकाली के बीच बन रही 12 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड से पूरा होगा। अच्छी बात यह है कि एलिवेटेड रोड का 10 किलोमीटर भाग बनकर तैयार भी हो गया है। परियोजना के इस भाग की प्रगति 85 प्रतिशत पर कर चुकी है और एलिवेटेड रोड का निर्माण मार्च 2024 तक पूरा कर दिया जाएगा।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे परियोजना की लागत करीब 12 हजार करोड़ रुपये की है। इसका निर्माण एनएचएआइ के अलग-अलग परियोजना कार्यालय कुल 11 पैकेज में कर रहे हैं। अभी दिल्ली से देहरादून के बीच की कुल दूरी 236 किलोमीटर है। परियोजना के निर्माण के बाद दूरी 23 किमी घटकर 213 किमी रह जाएगी। अभी दिल्ली से दून का सफर करीब छह घंटे में पूरा होता है, जबकि परियोजना के निर्माण के बाद इस सफर को ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
परियोजना के सबसे बड़े आकर्षण में शामिल सहारनपुर के गणेशपुर क्षेत्र से देहरादून की सीमा तक करीब 12 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड को लेकर एनएचएआइ का देहरादून स्थित परियोजना निदेशक कार्यालय काफी सक्रिय नजर आ रहा है। इसके निर्माण के बाद वाहन एलिवेटेड रोड से गुजरेंगे, जबकि नीचे का भाग वन्यजीवों के स्वच्छंद विचरण के काम आएगा। परियोजना निदेशक कार्यालय के मुताबिक एलिवेटेड रोड का काम अंतिम चरण में है। सभी पिलर तैयार किए जा चुके हैं, जबकि 10 किलोमीटर भाग पर पिलर के ऊपर स्लैब डालकर इसे अंतिम रूप देने का काम शुरू कर दिया गया है। घने वन क्षेत्र के बीच एलिवेटेड रोड की सुंदरता देखते ही बन रही है। परियोजना के इस भाग की प्रगति 85 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है।
एनएचएआइ अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली-दून एक्सप्रेसवे का निर्माण 213 किलोमीटर पर कुल 11 पैकेज में गतिमान है। यह कार्य प्राधिकरण के अलग-अलग परियोजना कार्यालय देख रहे हैं। परियोजना को धारतल पर उतारने का काम अलग-अलग पैकेज के मुताबिक मार्च 2024 से लेकर नवंबर 2024 के बीच पूरा होगा।
पैकेजवार काम पूरा करने का लक्ष्य
1-अक्षरधाम-दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा, 15 मई 2024
2-अक्षरधाम-दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा, 31 मार्च 2024
3-ईपीई क्रासिंग-सहारनपुर बाईपास, 31 अगस्त 2024
4-ईपीई क्रासिंग-सहारनपुर बाईपास, 21 अगस्त 2024
5-ईपीई क्रासिंग-सहारनपुर बाईपास, 31 मार्च 2024
6-ईपीई क्रासिंग-सहारनपुर बाईपास, 31 अगस्त 2024
7-सहारनपुर बाईपास-गणेशपुर एक्सेस कंट्रोल, 02 जुलाई 2024
08-सहारनपुर बाईपास-गणेशपुर एक्सेस कंट्रोल, 03 नवंबर 2024
09-गणेशपुर-देहरादून, 31 मार्च 2024
10-गणेशपुर-देहरादून, 31 मार्च 2024
11-गणेशपुर-देहरादून, 31 मार्च 2024
गणेशपुर-दून के बीच की परियोजना
एलिवेटेड रोड की कुल लंबाई, 12 किमी
कुल सड़क चौड़ीकरण, 20 किलोमीटर
कुल बजट, 1400 करोड़ रुपये
पिलर, 575
डाटकाली सुरंग की लंबाई, 340 मीटर
बजट, 73.5 करोड़ रुपये
एक्सप्रेसवे परियोजना के यह भी खास बिंदु
05 रेलवे ओवर ब्रिज, 110 वाहन अंडरपास, आबादी क्षेत्र में 76 किमी सर्विस रोड, 29 किमी की एलिवेटेड रोड, 16 एग्जिट और एंट्री प्वाइंट।