उत्तराखण्ड
गंगा घाट पर उतरा आस्था का सैलाब।
संवादसूत्र देहरादून/हरिद्वार: सोमवती अमावस्या स्नान पर देर रात से ही श्रद्धालु हर की पैड़ी समेत आसपास के गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं ।हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान करने वालों की सबसे ज्यादा भीड़ है। गंगा स्नान के साथ ही श्रद्धालु दान पुण्य कर मंदिरों के दर्शन कर रहे हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते हर की पैड़ी की प्रबंध कारिणी संस्था श्री गंगा सभा और पुलिस प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को व्यापक इंतजाम किए गए हैं । संपूर्ण मेला क्षेत्र को पांच सुपर जोन, 16 जोन और 39 सेक्टर में बांटा गया है। हाईवे पर भारी वाहनों की नो एंट्री है। गंगा घाटों पर जगह -जगह पुलिसकर्मी तैनात है । मान्यता है कि आज के दिन गंगा स्नान करने से परिवार में सुख समृद्धि आती है।
गंगा तट पर जो व्यक्ति यज्ञ, तप, जाप, पिंडदान, तर्पण आदि करता है और ब्राह्मणों के निमित्त द्रव्य दक्षिणा वस्त्र आदि दान करता है और पितरों का तर्पण करके उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करता है उसे कई करोड़ गुना फल प्राप्त होता है। पंडित डॉ शक्तिधर शर्मा शास्त्री ने बताया कि शिव पुराण में भी सोमवती अमावस्या का उल्लेख है। शास्त्रों के अनुसार अपने पितरों के निमित्त भगवान राम और पांडवों ने भी पितृ तर्पण करके अपने पितरों के निमित्त पिंडदान और तर्पण किया था। पुराण और उपनिषदों में बताया गया है कि सोमवार के दिन सूर्य और चंद्रमा एक साथ होकर जब अमावस्या का निर्माण करते हैं तो उस दिन समस्त पितरों का ध्यान पृथ्वी लोक पर होता है।