उत्तराखण्ड
गढ़वाल हितैषिणी सभा ने टिहरी झील में तैरकर रिकॉर्ड बनाने वाले पिता पुत्रों को किया सम्मानित।
संवादसूत्र देहरादून/नई दिल्ली : शनिवार को गढ़वाल हितैषिणी सभा ने गढ़वाल भवन पंचकुइया रोड दिल्ली में अपने नए सदस्यों के साथ-साथ टिहरी झील में बिना लाइफ जैकेट के तैरकर पुरानी टिहरी छाम कंडीसौड तक इतिहास बनाने वाले पिता पुत्रों की जोड़ी को सम्मानित किया।
बता दें कि टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लॉक के मोटना गांव निवासी पिता पुत्रों त्रिलोक सिंह रावत (50) और उनके पुत्र ऋषभ (22) और पारसवीर (18) ने साहस का परिचय देते टिहरी झील में बिना लाइफ जैकेट के 25 किलोमीटर की दूरी तैर कर पार कर इतिहास रच दिया था। उनके इस साहसिक कार्य के लिए डीएम मयूर दीक्षित ने तीनों को सम्मानित भी किया था। उनका नाम गिनीज बुक ऑफ लिम्का के लिए भेजा गया है।
सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप थलवाल ने बताया कि त्रिलोक सिंह को बचपन से ही नदी मे तैराकी का शौक था जी उनके बच्चों मे भी है और वहीं से उन्होंने तैरना सीखा। त्रिलोक सिंह चाहते हैं कि यदि सरकार का सहयोग मिले तो वे अपने बच्चों को तैराकी के क्षेत्र में भेजने पर विचार कर सकते हैं।
दिल्ली पहुंचने पर इन पिता पुत्रों को सामाजिक कार्यकर्ता दिग्मोहन नेगी, हरीश असवाल, राकेश नेगी, महावीर पंवार, प्रताप नेगी, धिरेंद गुसाईं, निर्मला कोटनाला, प्रताप थलवाल, जसपाल रावत, दिनेश रावत, शशिकांत गौड, दिनेश राणा और अन्य लोगों ने आर्थिक सहयोग कर उनका हौंसला बढ़ाया।