उत्तराखण्ड
सरकार का अलर्ट सायरन: Omicron कोरोना वायरस ज्यादा खतरनाक, कोरोना वैक्सीन के साथ बूस्टर डोज लगाने वाले भी संक्रमित।
एक बार फिर दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस नए वेरिएंट को B.1.1.529 कहा है और इसे ओमिक्रोन नाम दिया गया है. WHO ने इसे खतराक मानते हुए लोगों को आगाह किया है. इस हफ्ते पहली बार नए वेरिएंट की पहचान दक्षिण अफ्रीका में हुई. उसके बाद यह स्ट्रेन बोत्सवाना सहित आसपास के कई और देशों में फैल गया है.।
WHO ने भी माना है कि नया वेरिएंट ओमिक्रोन लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. चिंता जताते हुए कहा है कि नया वेरिएंट तेजी से फैलने वाला है. ये काफी खतरनाक है और दोनों टीका लगा चुके लोगों में भी संक्रमण होने का पता चला है. इतना ही नहीं इजरायल में नए वेरिएंट से संक्रमित हुए एक व्यक्ति को कोरोना टीकों के दोनों डोज के साथ तीसरी बूस्टर खुराक भी दी गई थी. वैज्ञानिक विश्लेषण कर रहे हैं और इस बात का पता लगा है कि नया वेरिएंट डेल्टा सहित किसी भी अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है।
कोरोना का नया वेरिएंट Omicron क्या है?
जानकारी के अनुसार ओमिक्रोन में कई स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन हैं और यह बेहद संक्रामक है. Omicron एक ग्रीक शब्द है. कोविड-19 महामारी आने के बाद से ही अब तक इसके कई वेरिएंट सामने आ चुके हैं. वैज्ञानिक भी कोरोना के अलग अलग वेरिएंट पर नजर बनाए हुए हैं. इसी क्रम में दक्षिण अफीका में जीनोमिक्स की निगरानी के लिए बनाई गई कमेटी ने हाल में एक नए वेरिएंट का पता लगाया और इसे बी.1.1.529 नाम दिया गया. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसका नाम ओमिक्रोन रखा है।
डेल्टा से भी ज्यादा खतरनाक है Omicron
कोरोना के नए वेरिएंट की खबरें आने के बाद लोगों की दिमागी परेशानी बढ़ गई है. मन में कई सवाल उठ रहे हैं. डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीम ये मान रही है कि नया वेरियंट ज्यादा ट्रांसमिसबल है और ये इम्यूनिटी को तेजी से मात देने में कुशल है. ये अब तक के किसी भी वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक है. कहा जा रहा है कि जिन लोगों ने वैक्सीन की खुराक के अलावा बूस्टर डोज भी ली थी उनमें भी ये संक्रमण पाया गया है।
बहरहाल नया वेरिएंट दक्षिण अफ्रीका में तेजी से फैल रहा है. डॉक्टरों और वैज्ञानिकों की इस पर खास नजर है और तरह-तरह के अध्ययन किए जा रहे हैं. बूस्टर डोज की जरुरत भी अनिवार्य रुप से बताई जा रही है. डॉक्टर ये मानते हैं कि बूस्टर डोज से वैक्सीन की प्रभावशीलता काफी बढ़ जाती है. दुनिया के कई देश फिलहाल यात्रा प्रतिबंधों को लेकर सतर्क हो गए हैं ताकि लोगों को संक्रमण से बचाया जा सके.