आलेख
जन्मदिन मुबारक सुरैया बेग़म
“प्रतिभा की कलम से“
ख़िराज़-ए-मुहब्बत सुरैया की अक़ीदत में
आज सदाबहार हीरो देवआनंद साहब की प्यारी सुरैया बेगम का जन्मदिन है ।
सुरैया के नाम से हमारी पीढ़ी के अधिकतर लोग परिचित होंगे कि वो अपने जमाने की मशहूर फिल्म अभिनेत्री होने के साथ – साथ बहुत सुरीली गायिका भी थीं । मैं भी ये बात जानती हूं लेकिन सच बताती हूं मैंने आज तक उनकी कोई फिल्म नहीं देखी । क्योंकि सुरैया ने आज से पचपन साल पहले ही फिल्मों में काम करना छोड़ दिया था । टी.वी. पर कभी उनकी फिल्म आती भी हों तो कलर टी.वी. के जमाने में ब्लैक एंड व्हॉइट फिल्म देखने में मन ज्यादा देर लग नहीं पाता था ।
हां, चित्रहार में उनके गीत कभी – कभार दिखाई पड़ जाते थे तो अच्छे लगते थे,क्योंकि सुरैया ब्लैक एंड व्हॉइट में भी गजब की खूबसूरत लगती थीं ।
रेडियो में देर रात बजने वाले गीतों में सुरैया नाम अक्सर सुनाई दे पड़ता ही था । ये नाम सुनकर मुझे झट देवसाहब की फिल्में याद आ जाती थीं, क्योंकि मैंने उनकी पत्नी कल्पना कार्तिक की फिल्में और तस्वीर भी कभी नहीं देखी, इसलिए सोचती थी कि सुरैया के खूबसूरत खयाल ही देवसाहब के अभिनय में ये संजीदा रुमानियत ले आते होंगे । निजी जिंदगी में वो सुरैया के न हो सके मगर अपनी किताब ‘romancing with life’ में उन्होंने सुरैया के लिए लिखी कुछ ही पंक्तियों में अपना दिल और चांद,सितारे सजा के रख दिये हों जैसे ।
‘एक भी दिन ऐसा नहीं था,जब मैं और सुरैया फोन पर बात न करते हों । एक दिन पानी की टंकी के पीछे मुझसे लिपटकर उसने कहा – आई लव यू .. आई लव यू’ ।
लेकिन फिर अपनी दादी के विरोध के कारण पानी की टंकी के पीछे वाली इस प्रेमिका ने अपने प्रेमी की दी हुई अंगूठी समंदर में फेंक दी ।
देव अब भी थे । और वो भीं रही । लेकिन देव साहब की यादोंके साथ तमाम उम्र तन्हा सुरैया !
सुखद बस इतना कि तब भी वो जानती थीं कि करोड़ों दिलों की धड़कन ‘देव आनन्द’ का दिल सिर्फ़ और सिर्फ़ उन्हीं के लिए धड़कता है।
सदाबहार देवसाहब की निजी जिंदगी की इस दिलकश नायिका में मेरा भी यही आकर्षण है कि वो इस हसीन प्रेमकहानी की नायिका थीं ।
उनकी एक बेहद लोकप्रिय तस्वीर के साथ ख़िराज़-ए-मुहब्बत सुरैया की अक़ीदत में।
प्रतिभा नैथानी