उत्तराखण्ड
प्रदेश में आगामी 6 अक्टूबर तक चलेगा स्वास्थ्य अभियान।
संवादसूत्र देहरादून: सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत की पहल रंग लाई है। राज्य स्तरीय ‘जन आरोग्य अभियान’ के तहत प्रदेश में अबतक 50 हजार लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण (एनसीडी स्क्रीनिंग) किया गया है। इसके अलावा 30 हजार लोगों का नेत्र परीक्षण, 23 हजार लोगों की टीबी स्क्रीनिंग की गई है। आरोग्य अभियान के दौरान 32 हजार लोगों की काउंसिलिंग कर उन्हें तम्बाकू मुक्त अभियान के प्रति भी जागरूक किया गया है। डॉ0 रावत ने बताया कि एक माह तक संचालित होने वाले जन आरोग्य अभियान में लोग बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत की पहल पर आयोजित राज्य स्तरीय ‘जन आरोग्य अभियान’ आम लोगों के लिये वरदान साबित हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 रावत ने बताया कि सूबे के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के उद्देश्य से विगत 7 सितम्बर को राज्य स्तरीय ‘जन अरोग्य अभियान’ शुरू किया गया था। जिसके अंतर्गत अबतक 50 हजार लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है, जोकि अल्पावधि में इस अभियान के सफल होने का प्रमाण है। उन्होंने बताया कि जन आरोग्य अभियान में अभी तक 35 हजार लोगों की डायबिटीज स्क्रीनिंग, 37 हजार लोगों के हाइपर टेंशन (उच्च रक्तचाप) स्क्रीनिंग, 30 हजार लोगों का नेत्र परीक्षण, 23 हजार लोगों की टीबी स्क्रीनिंग, 35 हजार लोगों के ओरल कैंसर स्क्रीनिंग एवं 19 हजार महिलाओं के स्तर कैंसर की स्क्रीनिंग की गई है। इसके अलावा 32 हजार लोगों की काउंसिलिंग कर उन्हें तम्बाकू मुक्त अभियान के प्रति जागरूक किया गया है। अभियान के दौरान अबतक 1543 लोगों का आष्युमान भारत डिजिटल आईडी कार्ड जबकि 12 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड भी बनाये गये। विभागीय मंत्री ने बताया कि प्रदेशभर के हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों पर तैनात 940 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने आस-पास के गांवों में जाकर स्वास्थ्य कैम्प लगाने के निर्देश दिये गये हैं। जहां पर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा, साथ ही उन्हें तम्बाकू मुक्त एवं नेत्रदान अभियान के प्रति भी जागरूक किया जायेगा। डॉ0 रावत ने बताया कि स्वास्थ्य अभियान का अधिक से अधिक लाभ उठा सके इसके लिये विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिये हैं। उन्होंने बताया कि सूबे में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक मजबूत करने के लिये राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में आगामी 17 सितम्बर को प्रदेशभर में ‘रक्तदान अमृत महोत्सव’ एवं प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान के अंतर्गत ‘टीबी मुक्त उत्तराखंड अभियान’ का शुभारम्भ किया जायेगा। जिनका मकसद सूबे में ब्ल्ड की कमी को दूर करना एवं जनसहभागिता से उत्तराखंड को टीबी रोग से मुक्त करना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जन आरोग्य अभियान के जरिये आम आदमी अपने स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक होंगे।