उत्तराखण्ड
आईएएस राम विलास हुए गिरफ्तार,करोडों रुपये की नहीं दे पाए जानकारी।
देहरादून: आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में विसिलेंस ने राम बिलास याद को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को दोपहर कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। गिरफ्तारी की पुष्टि एसपी विसिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल ने की है। उन्होंने बताया कि यादव के खिलाफ विसिलेंस के पास पर्याप्त सबूत हैं, जिसके आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। राम बिलास यादव के अधिवक्ता अविनाश शर्मा ने बताया कि विसिलेंस ने रात सवा दो बजे गिरफ्तारी की सूचना यादव की पत्नी को दी। नानितसल हाई कोर्ट के आदेश पर राम कुमार यादव बुधवार दोपहर को विसिलेंस के समक्ष पेश हुए थे। विसिलेंस ने उनसे देर रात तक पूछताछ की। इनके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में कई जानकारियां विसिलेंस के हाथ लगी है। राम बिलास के खातों के जांच की गई तो पता चला कि उनके खातों में करोड़ों रुपये जमा हैं। जब उनसे धनराशि के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें नहीं पता है कि धनराशि किसने डाली है।
पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में विसिलेंस के निदेशक अमित सिन्हा ने बताया कि पूछताछ में राम बिलास यादव ने उनकी ओर से अर्जित संपत्ति के बारे में पूछताछ की गई तो उन्होंने पूछे गए सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दिए। आरोपित अधिकारी ने उप्र में अपने दिलकश विहार रानीकोठी लखनऊ स्थित आवास, गुडम्बा में स्थित संचालित जनता विद्यालय, नोएडा में क्रय किये गए भूमि की रजिस्ट्री, गाजीपुर जिले में 10 बीघा जमीन, एफडी व खातों में जमा धनराशि, पारिवारिक सदस्यों के बैंक खातों में जमा धनराशि एवं पारिवारिक खर्चों के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
अब तक विवेचना में उपलब्ध अभिलेखों व आरोपित से पूछताछ में कुल आय 50 लाख 48 हजार रुपये और व्यय तीन करोड़ 12 लाख रुपये होना पाया। आय व्यय की रकम के बारे में भी उन्होंने स्पष्ट नहीं बताया।