उत्तराखण्ड
पिथौरागढ़ हादसे में 7 शवों की अभी तक न हो पाई पहचान।
20 घण्टों बाद हटाई जा सकी चट्टान, क्षत विक्षप्त थे शव।
संवादसूत्र देहरादून: पिथौरागढ़ में कल शाम हुए सड़क हादसे में लगभग 20 घंटे बाद गाड़ी और मृतकों को बाहर निकाल लिया गया है. यह सड़क हादसा इतना दर्दनाक था कि चट्टान के नीचे दबे 7 लोगों के शवों को पहचानना मुश्किल है, पुलिस के मुताबिक शवों की हालत ऐसी हो गई है कि यह पहचान करना भी बेहद मुश्किल हो रहा है कि आखिरकार जो लोग दबे हैं, वह कौन हैं. कितनी उम्र के हैं. फिलहाल पुलिस ने मार्ग को खुलवा दिया है।
हादसा पिथौरागढ़ में रविवार देर शाम भी ठीक उसी मार्ग पर हुआ जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ड्यूटी में तमाम बड़े अधिकारियों और नेताओं को जाना था. रविवार शाम पिथौरागढ़ पुलिस के पास यह सूचना आई थी कि एक गाड़ी चट्टान के नीचे दब गई है. प्रथम सूचना में यह का थी कि गाड़ी में आठ लोग सवार हैं. गाड़ी के ऊपर इतनी विशालकाय चट्टान गिरी थी कि चट्टान को हटाने में पीडब्ल्यूडी, बीआरओ सहित अन्य एजंसियों को 20 घंटे का वक्त लग गया।
पिथौरागढ़ एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि फिलहाल सड़क मार्ग को खोल दिया गया है. लेकिन हादसे में जो 7 व्यक्ति मृतक हुए हैं, उनके शवों की हालत बेहद खराब है. जो पहाड़ उनकी गाड़ी के ऊपर गिरा था, वह काफी बड़ा था. पुलिस की मानें तो पहले हमारे पास सूचना यही आई थी कि आठ लोग गाड़ी में सवार थे. लेकिन अब बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति घटना से पहले ही गाड़ी से उतर गया था।
फिलहाल यह साफ नहीं हो पा रहा है कि मृतकों में कितनी महिलाएं और कितने पुरुष हैं. जैसे ही इस बात की जानकारी मिलेगी, वैसे ही जानकारी साझा की जाएगी.. हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले लगभग 6 ऐसे बिंदु चिन्हित किए गए हैं जहां पर अधिक भूस्खलन हो रहा है. ऐसे पीडब्ल्यूडी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के कर्मचारी उन जगहों पर तैनात रहेंगे. आपको बता दें कि पीएम मोदी पहले दो दिनों के लिए पिथौरागढ़ आ रहे थे, लेकिन अब रात्रि विश्राम का कार्यक्रम टाल दिया गया है।