उत्तराखण्ड
भाजपा में भी सैन्य पृष्ठभूमि के प्रत्याशी को देनी होगी तवज्जो।
(रुद्रपयाग से बीजेपी कार्यकर्ता)
संवादसूत्र: सैनिक बाहुल्य उत्तराखंड में हर चुनाव में सैनिकों और पूर्व सैनिकों के वोट निर्णायक भूमिका निभाते हैं। आगामी चुनावों में पूरे देश का सैनिक पूर्व सैनिक भाजपा के लिए अपनी पलके बिछाए बैठा है खास तौर पर उत्तराखंड राज्य में पांचवा सैन्य धाम और देश की सेना को मजबूत बनाकर मोदी जी ने वास्तव मे नया चमत्कार कर एक अकल्पनीय कामकर उत्तराखंड ही नही पूरे देश के अदम्य सहास शोर्य और पराक्रम को आज विश्व के पटल पर पुन: पुनर्जीवित कर स्थापित किया है पूरे देश का मान सम्मान एवं स्वाभिमान बढाने का काम किया है। अब उत्तराखंड प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष समेत केन्द्रीय शीर्ष नेतृत्व पर भी बडा दवाब रहने वाला है, क्योंकि उत्तराखंड में विपक्षी दल कांग्रेस भी पांच फीसदी टिकट सैनिकों को देने का मन बना चुकी है। आम आदमी पार्टी ने तो पहले ही चार कदम आगे चलकर कर्नल अजय कोठियाल को मुख्यमंत्री का दावेदार बनाकर सैनिकों के वोट बैंक पर सेंधमारी लगाने के लिए बहुत बडा पत्ता फैंक दिया है। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि भाजपा प्रधानमंत्री मोदी के उत्तराखंड को दिये पाँचवें सैन्य धाम के सम्मान और सैनिको को कितना तवज्जो देती है ये भाजपा के टिकट विवरण से साफ पता चल जायेगा। उत्तराखंड के सैनिको पूर्व सैनिकों और मोदी के सपने और सम्मान को बरकरार रखने के लिए भाजपा को सोचने पर मजबूर तो कर ही दिया है। साथ ही यह एक यक्ष प्रश्न भी है कि सैनिको पूर्व सैनिकों को अधिक से अधिक जोड़ने के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्व सैनिकों को तो प्रत्याशी उतारने ही पडेगें नही तो पांचवा धाम दिखावटी और हवा हवाई नजर आयेगा तथा विपक्षीयों को बहुत ही अच्छा मुद्दा मिल जायेगा क्यो कि यह जीत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व राज्य के युवा सैन्य पृष्ठ भूमि के मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी की होगी उत्तराखंड के उन 1734 वीर अमर शहीदो को सच्ची श्रद्धांजलि के साथ इतिहास के पन्नो में भी दर्ज होगी कि पाँचवे धाम के रूप में सैन्य धाम की नींव मोदी जी द्वारा रखी गयी थी।
राज्य तथा दिल्ली की सत्ता में भी उत्तराखंड के सैनिको का योगदान सरकार को बनाने मे अहम भूमिका निभायेगा। जो पूर्व सैनिक भाजपा से जुड़े हैं, व पार्टी की गतिविधियो से जुड़ें है, ऐसे युवा जुझारू कर्मठ निष्ठावान पूर्व सैनिकों को पार्टी टिकट मे तवज्जो देती है तो राज्य व पार्टी हित में लाभकारी व शुभ होगा और पाँचवे सैन्य धाम की परिकल्पना भी साकार होगी ये सभी का मानना भी है और सच भी है।