उत्तराखण्ड
नीलकंठ महादेव में 60 हजार श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक।
संवादसूत्र देहरादून/ऋषिकेश: श्रावण मास की नीलकंठ कावड़ यात्रा ने मंगलवार को तेजी पकड़ ली। दोपहर बारह बजे तक यहां 60 हजार श्रद्धालु जलाभिषेक कर चुके हैं। स्वर्गाश्रम, लक्ष्मण झूला, मुनिकीरेती आदि तमाम इलाके कावड़ यात्रियों की भीड़ से गुलजार है।
जनपद पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत मणिकूट पर्वत की तलहटी पर स्थित पौराणिक नीलकंठ महादेव मंदिर में यूं तो पूरे वर्ष श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए आते हैं। श्रावण मास में यहां जलाभिषेक का विशेष महत्व माना गया है। विशेष रूप से दिल्ली, एनसीआर, पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा आदि क्षेत्र से श्रावण मास में बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री यहां जलाभिषेक के लिए आते हैं। पंचक काल के कारण यहां ज्यादा भीड़ नहीं आ रही थी। बुधवार को पंचक काल समाप्त हो रहा है। अन्य प्रांत से बड़ी संख्या में श्रद्धालु नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए आए हैं। पंचक काल के पश्चात यह सभी श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने अपने क्षेत्रों के लिए रवाना होंगे।
मंगलवार की सुबह से ही नीलकंठ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने शुरू हो गई थी। पैदल मार्ग पर सर्वाधिक भीड़ नजर आई। मणि कूट की घाटियां कांवड़ यात्रियों के केसरिया रंग में पूरी तरह से रंगी नजर आ रही है। सभी जगह बम बम भोले का उद्घोष हो रहा है। मंगलवार दोपहर बारह बजे तक यहां करीब 60 हजार श्रद्धालु जलाभिषेक कर चुके थे। थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला संतोष सिंह कुंवर ने बताया कि भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं। गंगा तट स्थित खतरनाक घाटों पर अलग से पुलिस टीम भेजी गई है। सभी जगह चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं।