उत्तराखण्ड
पेपर लीक मामले में बीटेक छात्र गिरफ्तार, आरोपितों पर लगी गैंगेस्टर।
संवादसूत्र देहरादून/ हरिद्वार: पटवारी पेपर लीक कांड में एसआइटी ने जांच शुरू करते ही आठवें आरोपित के तौर पर सहानपुर के एक बीटेक छात्र को गिरफ्तार कर लिया। वह जेल भेजे गए संजीव का मौसेरा भाई है और रिजॉर्ट में अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र पढ़वाने के दौरान उसने निगरानी की थी। जिसकी एवज में आरोपितों ने उसे 10 हजार रुपये दिए थे। एसआइटी ने रिजॉर्ट पहुंचकर सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी कब्जे में ली है। वहीं, आरोपितों के खिलाफ गैंगेस्टर भी लगाई गई है।
उत्तराखंड एसटीएफ ने राज्य लोक सेवा आयोग की ओर से संपन्न कराई गई पटवारी भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने का भंडाफोड़ किया था। लोकसेवा आयेाग के अनुभाग अधिकारी संजीव चर्तुवेदी, उसकी पत्नी रीतू, पॉलटेक्निक शिक्षक राजपाल, उसके भतीजे संजीव सहित सात आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। उनके कब्जे से 41 लाख की रकम बरामद की गई थी। पड़ताल में सामने आया है कि संजीव चतुर्वेदी की पत्नी रितु ने शिक्षक राजपाल के साथ मिलकर प्रश्नपत्र बेचा था। संजीव चतुर्वेदी को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, जांच के लिए एसपी क्राइम हरिद्वार रेखा यादव के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गई है। एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह को एसआइटी के पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। जांच शुरू करते ही एसआईटी ने सोमवार को आठवें आरोपित सोनू कुमार उर्फ खडकू निवासी पाडली खुशालपुर थाना जनकपुरी जिला सहारनपुर को छुटमलपुर बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पकड़ा गया सोनू बीटेक का छात्र है और वह जेल जा चुके संजीव कुमार का मौसेरा भाई है। पूछताछ में उसने कुबूल किया है कि रिजॉर्ट में अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र रटवाने के दौरान वह आस पास उनकी निगरानी कर रहा था। इसकी एवज में संजीव ने 10 हजार रुपये दिलवाए थे। आरोपित को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि सभी आरोपितों के खिलाफ गैंगेस्टर के तहत भी कार्रवाई की गई है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि यह प्रदेश के युवाओं के भविष्य से जुड़ा संवेदनशील मामला है। मुख्यमंत्री की ओर से इस बारे में सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। बताया कि प्रश्न पत्र खरीदने वाले 31 अभ्यर्थियों की लिस्ट मिल चुकी है। हालांकि, अभी तक 35 अभ्यर्थियों की बात सामने आ रही है। बाकी चार अभ्यर्थियों में जेल गए आरोपितों के परिवारिक अभ्यर्थी शामिल हो सकते हैं। उनके बारे में भी खोजबीन जुटाई जा रही है। वहीं, एसआइटी प्रभारी रेखा यादव ने बताया कि हर एंगल से जांच की जा रही है। इस मामले में शामिल कोई भी आरोपित बख्शा नहीं जाएगा।