उत्तराखण्ड
विमान हादसे में बुरी तरह झुलसे शवों की पहचान डीएनए टेस्ट से होगी।

संवादसूत्र: अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश हो गया। इसमें 12 क्रू मेंबर समेत 242 लोग सवार थे। अब तक हादसे में केवल दो लोगों के बचने की बात आई है। बाकी सभी लोगों की मौत हो गई है।
न्यूज एजेंसी ANI ने पुलिस कमिश्नर के हवाले से जानकारी दी कि प्लेन की सीट नंबर 11-A पर बैठे हुए भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार हादसे में जिंदा बच गए हैं। उनका वीडियो भी सामने आया है। वहीं एक और जिंदा बचा यात्री अस्पताल में भर्ती है। इससे पहले AP ने कहा था कि विमान में सवार सभी लोगों की मौत हो गई है।
अहमदाबाद से आनंद मोदी, चेतन पुरोहित, अनिरूद्ध मकवाणा, यशस्वी चौहाण, मितेश परमार, हर्ष पटेल, ध्रुव संचाणिया, सारथी सागर, कमल परमार और दीर्घायु व्यास।
फ्लाइट नंबर AI-171 ने दोपहर 1.38 बजे उड़ान भरी और 1.40 बजे हादसा हो गया। उस समय प्लेन 625 फीट की ऊंचाई पर था।।
भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार प्लेन की 11-A नंबर की सीट पर बैठे थे।
एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात शामिल हैं। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे।
हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया है। भाजपा के राज्यसभा सांसद परिमल नाथवानी ने X पर यह जानकारी दी। हालांकि कुछ देर बाद उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी।
प्लेन जिस बिल्डिंग से टकराया, वहां अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। जानकारी के मुताबिक हादसे के समय इमारत में 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे, इनमें 15 से ज्यादा घायल हो गए हैं।
हादसे की जगह से मिले ज्यादातर शव इतनी बुरी तरह झुलस चुके हैं कि उनकी पहचान करने में बेहद मुश्किल आ रही है। उनकी पहचान DNA टेस्ट के बाद ही संभव होगी।

