उत्तराखण्ड
प्रदूषण की शिकायत पर रिजार्ट के खिलाफ जांच को पहुंची टीम।
संवादसूत्र देहरादून/ऋषिकेश: ऋषिकेश तहसील के वीरभद्र मंदिर क्षेत्र में रंभा नदी के किनारे स्थित एक रिजार्ट के खिलाफ शिकायत का राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने संज्ञान लिया है। जिलाधिकारी देहरादून के निर्देश पर चार विभागों की टीम रिजार्ट की जांच करने के लिए पहुंची। शिकायत है कि रिजार्ट का समूचा सीवर नदी में छोड़ा जा रहा है। यह नदी गंगा में मिलती है।
किसी व्यक्ति की ओर से एनजीटी को यह शिकायत भेजी गई थी कि वीरभद्र मंदिर के समीप होकर बहने वाली रंभा नदी के किनारे बने रिजार्ट का सीवर नदी में छोड़ा जा रहा है। जिलाधिकारी देहरादून डा.आर राजेश कुमार की ओर से इस मामले में संयुक्त टीम का गठन किया गया। जिसमें अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी आरके चतुर्वेदी, वन क्षेत्राधिकारी ललित मोहन सिंह नेगी, सहायक अभियंता सिंचाई अनुभव नौटियाल को शामिल किया गया। संयुक्त टीम मंगलवार की दोपहर इस रिजार्ट में पहुंची। टीम मौके पर शिकायत की जांच कर रही है। तहसील प्रशासन के मुताबिक पौराणिक रंभा नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला गंगा सुरक्षा समिति के माध्यम से अलग से अभियान चलाया जा रहा है। रंभा नदी के किनारे बसी आबादी को सीवर योजना से जोड़ा जा रहा है।