उत्तराखण्ड
देखिये वीडिओ में प्रधानमंत्री कैसे महिला हॉकी टीम के मायूस चेहरों पर मुस्कुराहट लाने का प्रयास कर रहे।
संवादसूत्र: /टोकियो ओलम्पिक महिला हॉकी टीम ने एक मिसाल कायम की,,भले ही वो कोई मैडल नहीं ला पाई, पर देश की लड़कियों के प्रेरणा बन उभरी हैं… उनके जज्बे में कहीं कोई कमी नहीं थी… आज का दिन उनका नहीं था बस… आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके मायूस चेहरों पर मुस्कुराहट लाते हुए कहा कि उन्होंने पूरा जोर लगाया और देश को गर्व है उन पर वो सभी लड़कियों के लिये प्रेरणा बनी हैं जो हॉकी में जाना चाहती हैं… अब लड़कियां हॉकी को भी अपने प्रिय खेल की तरह देख पाएंगी। पूरी टीम बात करते हुए लगातार रोती रहीं प्रधानमंत्री लगातार उन्हें चुप कराते रहे।
गौरतलब है आज भारतीय महिला हॉकी टीम ब्रिटेन से 4-3 से हार गई,, भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने कहा है कि उन्हें ओलिंपिक में चौथे स्थान तक पहुंचने के प्रयास पर गर्व है, लेकिन ऐतिहासिक ओलिंपिक पोडियम दूर जाकर दुख हुआ है। भारतीय महिला हॉकी टीम ने सभी उम्मीदों को हराते हुए पहली बार ओलिंपिक खेलों के सेमीफाइनल में प्रवेश किया और शुक्रवार को यहां कांस्य पदक के प्लेऑफ में ग्रेट ब्रिटेन से 3-4 से हारकर चौथे स्थान पर टूर्नामेंट का समापन किया।
रानी रामपाल ने कहा, “हम बहुत निराश महसूस कर रहे हैं, क्योंकि हम इतने करीब थे। और हम 2-0 से पिछड़ चुके थे और फिर हमने बराबरी की और हम 3-2 से ऊपर थे। मुझे नहीं पता कि क्या कहना है, लेकिन हां यह बहुत दर्द होता है, क्योंकि हम कांस्य पदक नहीं जीत सके, लेकिन मुझे लगता है कि सभी ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, इसलिए मुझे टीम पर गर्व है। ओलिंपिक खेलों में खेलना और शीर्ष चार में जगह बनाना आसान नहीं है।”