उत्तराखण्ड
मनोज रावत मजबूत प्रत्याशी थे, उनका हराना उत्त्तराखंड के सरोकारों की हार: रावत।
संवादसूत्र देहरादून/अल्मोड़ा: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि केदारनाथ विधानसभा में कांग्रेस के मनोज रावत की हार उत्त्तराखंड के सरोकारों की हार है। हाशिये में डालने वाली नीति के विरुद्ध अगले एक वर्ष तक उत्तराखंड के गांव-गांव तक पद यात्रा निकालेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि केदारनाथ उपचुनाव हार की पार्टी समीक्षा करेगी। कांग्रेस ने यह चुनाव संगठित होकर लड़ा था। इस बार पार्टी ने मजबूत प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा था। किसी प्रकार की कोई गुटबाजी नहीं थी। बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए धनबल का प्रयोग किया जो दुर्भाग्यपूर्ण है। जनता के प्यार व सहयोग का उन्होंने आभार जताया।
पूर्व सीएम रावत ने महाराष्ट्र के चुनाव नतीजे पर कहा कि यह लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है। बटोगे तो कटोगे का जिस तरह से विस्फोटक नारा दिया। उससे तय हो गया कि बीजेपी का संवैधानिक संस्थाओं पर विश्वास नहीं रहा। उन्होंने गांधी, नेहरू, अंबेडकर के विचारों पर विश्वास रखने और नकारने वाले दोनों को धन्यवाद कहा।
रावत ने उत्त्तराखंड में बढ़ती नशे के मकड़जाल पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार नशे को रोकने के लिए कुछ कार्य नहीं कर रही है। युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। पलायन, गैरसैण जैसे मुद्दों पर भी सरकार को विफल बताया।