उत्तराखण्ड
कृषि मंत्री गणेश जोशी अर्न्तराष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के श्रीअन्न के शुभारम्भ कार्यक्रम में हुए सम्मिलित।
संवादसूत्र देहरादून: प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने शनिवार को नई दिल्ली कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित अर्न्तराष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के अर्न्तगत श्रीअन्न के विधिवत शुभारम्भ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली में दो दिवसीय ग्लोबल मिलेट्स सम्मेलन श्री अन्न का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीअन्न पर किताब का विमोचन सहित सिक्का एवं पोस्ट टिकिट भी जारी किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने जनसभा को भी संबोधित किया। दो दिन के इस सम्मेलन में उत्पादकों, उपभोक्ताओं और अन्य हितधारकों के बीच मोटे अनाज के प्रचार और जागरूकता सहित संबंधित मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर सत्र आयोजित होंगे।
कृषि मंत्रियों के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सुबे के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रदेश में मण्डुवा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3578 रूपये प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा मोटा अनाज पौष्टिक रूप से धनी है क्योंकि इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन तथा विटामिन होते हैं। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रदेश सरकार मिलेट्स के उत्पादन तथा विपणन को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा प्रदेश स्टेट मिलेट मिशन के अंतर्गत मिड-डे मील और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से बच्चों और आम जनता को मोटा अनाज उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में मिलेट्स के उत्पादन एवं विपणन को बढ़वा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि अमृत काल के इस बजट में मिलेट्स के लिए 15 करोड़ रुपए का अलग से भी प्रावधान किया गया है। मंत्री गणेश जोशी ने भरोसा जताते हुए कहा कि इससे निश्चित ही जो किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प है वह पूरा होगा। साथ ही प्रदेश की जनता को भी इसका लाभ अवश्य मिलेगा। सम्मेलन के समापन के बाद कृषि मंत्री ने प्रर्दशनी का भ्रमण किया और मिलेट्स के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं से भेंट की।
इस कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर सहित अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर नाइजीरिया, गम्बिया, श्रीलंका, सूडान, गुयाना, सूरीनाम, मारीशस के कृषि मंत्री तथा उत्तर प्रदेश एवं देश के कई अन्य राज्यों के कृषि मंत्री उपस्थित रहे।