उत्तराखण्ड
मोदी-धामी की जुगलबंदी हर मौके पर दिखी।




संवादसूत्र देहरादून: मोदी-धामी की जुगलबंदी आज फिर से देश-दुनिया ने देखा। रजत जयंती के खास कार्यक्रम में चाहे मंच रहा हो या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण। जुगलबंदी हर तरह से दिखी। डबल इंजन से सफलता की कहानी कहते हुए प्रधानमंत्री ने भले ही केंद्र-राज्य के बेहतर संबंधों को रेखांकित किया, लेकिन इस पूरी चर्चा में मोदी-धामी की शानदार जुगलबंदी के ही दर्शन हुए।
यूसीसी की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने जो बात कही, उसके गहरे मायने थे। उत्तराखंड को अन्य राज्यों के लिए मिसाल बताकर प्रधानमंत्री ने सीधे-सीधे धामी सरकार के नेतृत्व को पूरे-पूरे नंबर दिए। साथ ही संदेश दिया कि वह उत्तराखंड से जिस तरह के निर्णयों की अपेक्षा करते हैं, उन्हें धामी सरकार पूरा कर रही है। न सिर्फ यूसीसी, बल्कि धर्मांतरण व नकल विरोधी कानून पर भी उन्होंने एक तरह से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपाई है। मंच पर भी कई मौकों पर प्रधानमंत्री आत्मीयता के साथ मुख्यमंत्री से चर्चा करते हुए नजर आए। रजत जयंती के जश्न के मौके पर प्रधानमंत्री ने फिर से इस दशक को उत्तराखंड का बताकर सीधा संदेश दिया। संदेश ये ही कि जिस तरह की केंद्र सरकार की राज्य सरकार से अपेक्षा है, उसी के अनुरूप कदम आगे बढ़ रहे हैं।




