उत्तराखण्ड
एसबीआई के वित्तीय समावेशन संतृप्ति शिविर में 100 से अधिक ग्रामीण हुए लाभान्वित।

संवादसूत्र देहरादून/हरिद्वार : 01 जुलाई से 30 सितंबर 2025 तक ग्राम पंचायतों (जीपी) और शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) स्तर पर वित्तीय समावेशन (एफआई) योजनाओं की संतृप्ति हेतु भारत सरकार के वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत, हरिद्वार की भारतीय स्टेट बैंक की फेरूपुर शाखा ने ग्राम पंचायत टिहरी डोब नगर, पथरी के सहयोग से शिविर का सफल आयोजन किया।
शिविर का उद्देश्य प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), अटल पेंशन योजना (एपीवाई), प्रधानमंत्री जनधन योजना (पीएमजेडीवाई) खाता खोलने, नामांकन के महत्व, री-केवाईसी तथा डिजिटल धोखाधड़ी की रोकथाम हेतु सुरक्षित बैंकिंग प्रथाओं पर जागरूकता फैलाना था।
इस अवसर पर एलडीएम हरिद्वार श्री दिनेश कुमार गुप्ता ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए समय पर री-केवाईसी पूर्ण करने के महत्व पर जोर दिया, जिससे बैंकिंग सेवाओं में किसी प्रकार का व्यवधान न आए और धोखाधड़ी से बचाव हो सके। उन्होंने सभी से सुरक्षित बैंकिंग आदतें अपनाने का आग्रह किया।
शिविर में 100 से अधिक ग्रामीणों ने भाग लिया, जिनमें बैंकिंग सेवाओं से वंचित वयस्क भी शामिल थे। इन्हें मौके पर ही सरकारी प्रायोजित योजनाओं के अंतर्गत नामांकन की सुविधा प्रदान की गई। शाखा प्रबंधक श्रीमती नीलिमा बिष्ट और प्रबंधक (वित्तीय समावेशन) श्रीमती अन्नू ने ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी और ग्राम प्रधान श्री खुशी दास जी के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
आज एसबीआई ने हरिद्वार और रुड़की जिलों की 10 ग्राम पंचायतों में संतृप्ति शिविर आयोजित किए, जिससे इन जिलों में 1 जुलाई 2025 से अब तक आयोजित शिविरों की कुल संख्या 59 हो गई। बैंक आने वाले हफ्तों में आसपास के गांवों में भी ऐसे शिविर आयोजित कर समावेशी विकास और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देता रहेगा।

