उत्तराखण्ड
मुखबा से गंगोत्री धाम को रवाना हुई माँ गंगा की डोली।
संवादसूत्र देहरादून/उत्तरकाशी : मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखवा स्थित गंगा मंदिर से गंगा की डोली सोमवार दोपहर 12 बजे साजा-धजाकर बाहर लाई गई। जिसके बाद गंगा की डोली पारंपरिक रीति रिवाज के साथ दोपहर 12.25 बजे गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई।
गंगा डोली यात्रा का रात्रि विश्राम पड़ाव भैरवघाटी के भैरव मंदिर में होगा। भैरव मंदिर से मंगलवार को गंगा की डोली गंगोत्री के लिए रवाना होगी। मंगलवार सुबह 11.15 बजे गंगोत्री के कपाट खुले जाएंगे। यमुनोत्री धाम के कपाट भी मंगलवार की दोपहर 12.15 बजे खोले जाएंगे। जबकि केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई और बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खोले जाएंगे।
मुखवा में सोमवार सुबह से ही मंदिर में पूजा अर्चना शुरू हुई। जिसके बाद मुखवा, बगोरी, धराली, हर्षिल के ग्रामीणों के साथ यात्री भी जुटने शुरू हुए। दोपहर तक मुखवा गांव में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। मंदिर में तीर्थ पुरोहितों ने मां गंगा की भोग मूर्ति का श्रृंगार किया गया। दोपहर ठीक 12 बजे अमृत बेला पर गंगा की डोली मंदिर से बाहर लाई गई। 12.25 बजे जम्मू कश्मीर लाइट इन्फेंट्री रेजिमेंट के आर्मी बैंड तथा ढ़ोल-रणसिंगों की अगुआई में गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई।