उत्तराखण्ड
नरेंद्र मोदी तीसरी बार बने पीएम, नई टीम में युवाओं को प्रमुखता,30 कैबिनेट और पांच स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री।
संवादसूत्र देहरादून: नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। प्रधानमंत्री मोदी और उनकी कैबिनेट में शामिल होने वाले भावी मंत्रियों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पद और गोपनीयता की शपथ दिला रही हैं। प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने कई देशों के शासनाध्यक्ष भी भारत आए हैं।
भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रमुख रहे बनवारी लाल वर्मा को दोबारा मिला मंत्री पद
भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रमुख रहे बनवारी लाल वर्मा को दोबारा मिला मंत्री पद। उनके बाद पश्चिम बंगाल के मतुआ समुदाय से आने वाले शांतनु ठाकुर को भी राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
पूर्व मंत्री को दोबारा मिला मौका, दल बदलने वाले सांसदों को भी मिला मंत्री पद
पूर्व खाद्य प्रसंस्करण मंत्री शोभा करंदलाजे को भी राज्य मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। उनके बाद उत्तर प्रदेश के गोंडा से निर्वाचित कीर्तिवर्धन सिंह को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से चुनी गईं सांसद अनुप्रिया पटेल को राज्य मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। उनके बाद वी सोमन्ना, चंद्रशेखर पेमा सानी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले एसपी सिंह बघेल को शपथ दिलाई गई।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे और राज्यसभा सदस्य रामनाथ ठाकुर को भी पीएम मोदी ने राज्य मंत्री के रूप में अपनी टीम में शामिल किया है। हाल ही में सामाजिक न्याय की पैरोकार रहे कर्पूरी ठाकुर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान- भारत रत्न से नवाजा गया था।
उत्तर प्रदेश से चुने गए लोकसभा सांसद और पूर्व कांग्रेस नेता रहे जितिन प्रसाद को राज्य मंत्री का पद दिया गया है। जितिन प्रसाद समेत 30 से अधिक राज्य मंत्रियों को पीएम मोदी ने अपनी टीम में शामिल किया है। श्रीपाद यशो नाइक, पूर्व वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और कृष्णपाल गुर्जर को भी पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इनके बाद महाराष्ट्र से निर्वाचित और पूर्व सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले को भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।
कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राज्य मंत्रियों में सबसे पहले राव इंद्रजीत सिंह को शपथ दिलाई गई। उनके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय और विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री रहे जितेंद्र सिंह को शपथ दिलाई गई। जितेंद्र सिंह के बाद पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से चुने गए प्रतापराव गणपत राव जाधव को भी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ दिलाई गई।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एनडीए के सहयोगी रालोद नेता जयंत चौधरी को भी शपथ दिलाई गई।
पूर्व शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, तेलंगाना से निर्वाचित जी किशन रेड्डी और बिहार से निर्वाचित 41 वर्षीय युवा सांसद चिराग पासवान और गुजरात से आने वाले सीआर पाटिल को भी केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी समेत कुल 31 कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाई।
ओडिशा से चुने गए जुएल ओरम, बिहार से गिरिराज सिंह, पूर्व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, पूर्व पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, अन्नपूर्णा देवी, किरेन रिजिजू को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। कई मंत्रियों को दोबारा केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है।
सिंधिया और गजेंद्र सिंह शेखावत एक बार फिर मंत्री बने
पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सहयोगी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया और गजेंद्र सिंह शेखावत को एक बार फिर मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।
असम के पूर्व मुख्यमंत्री एक बार फिर बने कैबिनेट मंत्री, जदयू नेता को भी मिला मंत्री पद
जनता दल यूनाइटेड (JDU के) ललन सिंह को भी केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है। उनके बाद असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शपथ ली।