उत्तराखण्ड
नया साल दे सकता कोरोना की सौगात,संभावनाएं तीसरी लहर की।
संवादसूत्र देहरादून/दिल्ली: एक बार फिर कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जताई जाने लगी है। माना जा रहा है कि नए साल की शुरुआत में ही तीसरी लहर आ जाएगी। हालांकि, दूसरी लहर के मुकाबले ये हल्की होगी। साथ ही दूसरी लहर के मुकाबले कम केस की संभावना जताई जा रही है। ये भी माना जा रहा है कि इस लहर की पीक अवधि फरवरी माह में होगी।
इन दिनों देश में कोरोना वायरस के फिलहाल रोजाना 8 हजार से कम मामले आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 7 हजार 81 नए मामले आए हैं, जबकि 264 मरीजों की मौत हुई है। इसके साथ ही 7469 मरीज कोरोना से स्वस्थ हुए। देश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या करीब 84 हजार है। ये आकड़ा पिछले 19 महीनों में सबसे कम है। वहीं, नेशनल कोविड सुपरमॉडल कमेटी ने आकलन किया है कि अगले साल की शुरुआत में ओमिक्रॉन की वजह से कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। इसका पीक फरवरी महीने में होगा।
इस कमेटी की प्रमुख प्रोफ़ेसर विद्यासागर ने कहा कि ओमिक्रॉन तीसरी लहर लाएगा। देश में बड़े पैमाने पर बढ़ी इम्युनिटी की वजह से दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर हल्की होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात की बहुत कम संभावना है कि तीसरी लहर में दूसरी लहर की तुलना में रोजाना कम केस आएंगे। उन्होंने कहा कि कोविड के मामले धीरे-धीरे बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में ओमिक्रॉन वायरस की वजह से तीसरी लहर आएगी, लेकिन ये दूसरी लहर के मुकाबले कम घातक होगी। ये दूसरी लहर के मुकाबले हलका होगा, लेकिन ये आएगा जरूर।