उत्तराखण्ड
झील क्षेत्र में भेजा गया SDRF QDA सिस्टम, अब सवेंदनशील इलाके में रखी जा सकेगी नजर
देहरादून: आज दिनांक 20 फरवरी को SDRF के Q.D.A.( quick deployable antenna) सिस्टम को श्रीमान पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार (आईपीएस) और रिद्धिम अग्रवाल पुलिस उपमहानिरीक्षक SDRF एवम अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी यू .एस.डी.एम.ए. उत्तराखंड के निर्देशानुसार रेणी गाँव से ऊपर हिमालयी क्षेत्र में स्थित जलभराव क्षेत्र में हवाईमार्ग से सुरक्षित भेजा गया।
विगत कुछ माह पूर्व ही माननीय मुख्यमंत्री महोदय उत्तराखंड ने सचिवालय स्थित कन्ट्रोल रूम से QDA सिस्टम का शुभारंभ किया था शुभारंभ के दौरान माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा मलारी, गूंजी और त्यूणी जैसे दुरस्त क्षेत्रो के ग्रामीणों से QDA से वीडियो कॉल कर वार्तालाप किया था।
ज्ञातव्य हो कि झील क्षेत्र में 10 वैज्ञानिक और SDRF के 7 कर्मियों का एक दल झील में कार्य कर रहा है। जिनका मूल उद्देश्य झील से उत्पन्न खतरे का आकलन करना तथा उक्त आकलन पश्चात इसका निराकरण हेतु तकनीकी परामश दिया जाना है
क्या होता है Q.D.A.( quick deployable antenna)*
Q.D.A एक प्रकार से नो सिंगल एरिया से संचार स्थापित करने की महत्तम ओर नवीनतम टेक्नोलॉजी है इस प्रणाली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और डेटा को भेजने के लिए 1.2mtr QDA (V SAT )एंटीना टर्मिनलों और 1.2mtr स्टेटिक ( V-SAT very small aperture terminal) एंटीना टर्मिनल का उपयोग होता है । यह विभिन्न वीसैट टर्मिनल के साथ उपग्रह आधारित संचार स्थापित करने में मदद करता हैं, वॉयस और वीडियो संचार को दूरस्थ से दूरस्थ वीसैट टर्मिनलों तक संप्रेषित किया जाता है। 1.2 mtr क्यूडीए वीएसएटी एक पोर्टेबल सिस्टम है जो अलग-अलग remote areas में तुरंत स्थापित किया जा सकता है सकता है और किसी भी इलाके में स्थापित हो सकता है।
साधारण तोर पर हम यह कह सकते है कि यह टेक्नोलॉजी किसी ऐसे क्षेत्र जहां किसी प्रकार का संचार का साधन नही है पर उपयोग करने पर तत्काल सेटेलाइट से सम्पर्क स्थापित कर लाइव ऑडियो ओर वीडियो कॉल की सुविधा देता है
QDA स्टैटिक ओर मोबाइल दो प्रकार का होता है प्रदेश की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए आपदा के दौरान स्टेटिक Q.D.A को SDRF वाहिनी मुख्यालय जोलीग्रांट,USDMA देहरादून PR पर स्थापित किया गया है जबकि इसके एक अन्य पार्ट को अथवा किसी अन्य उपयुक्त स्थान में स्थापित किया जा सकेगा और मोबाइल Q.D.A को तत्काल हेलीकॉप्टर की सहायता से सम्बंधित क्षेत्रो में भेजकर स्थापित किया जाएगा। जहां से आपदा के दौरान आपदा ग्रस्त क्षेत्र की स्थिति एवं नुकसान की जानकारी तत्काल प्राप्त हो सकेगी साथ ही बचाव हेतु सशक्त योजना के अनेक विकल्प प्राप्त हो सकेंगे।