उत्तराखण्ड
सोमवार से होगा अनिश्चित काल के लिए नीलकंठ बाजार बंद।
संवादसूत्र देहरादून/ऋषिकेश: चार जुलाई से पौराणिक श्री नीलकंठ महादेव मंदिर से संबंधित कावड़ यात्रा शुरू हो रही है। व्यापारियों ने तहसील प्रशासन पर अनावश्यक दबाव बनाने का आरोप लगाया है। इसके विरोध में सोमवार से नीलकंठ का बाजार अनिश्चित काल के लिए बंद करने की घोषणा की है।
व्यापार सभा नीलकंठ की एक आवश्यक बैठक व्यापार सभा के अध्यक्ष बृजेश चौहान की अध्यक्षता में आहूत की गयी। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव लाया गया है कि प्रशासन की ओर से व्यापारियों का अनावश्यक रूप से उत्पीड़न किया जा रहा है। दुकानों के ऊपर लगाए गए टीन सेड को तुरंत हटाने के लिए दवाब बनाया जा रहा है। जबकि श्रावण मेला शुरू होने में मात्र 10 दिन से भी कम का समय बचा है। जबकि प्रशासन की ओर से लगाए गए निशान लगाने के बाद व्यापारियों ने अपने काउंटर पीछे कर दिये हैं। फिर भी व्यापारियों को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है। व्यापारियों ने कहा कि सड़क पर बैरिकेटिंग लगाये जाने व पैदल मार्ग में लगने वाली लाइन पर छह फिट ऊंची जाली से पैक किये जाने की बात की जा रही है। ऐसे में लाइन में अंदर चलने वाले श्रद्धालुओं को किसी आपात स्थिति में कैसे बाहर निकाला जायेगा।
व्यापार सभा के कोषाध्यक्ष अवनीश नौटियाल ने बताया कि इन्ही मुद्दों को लेकर जब सचिव व्यापार सभा पूरन सिंह पयाल ने एसडीएम यमकेश्वर जी से फोन पर वार्ता की गयी तो उन्होंने कहा कि आप बाजार बंद कर सकते हैं। प्रशासन को इससे कोई मतलब नहीं है। सभी व्यापारियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जब तक प्रशासन व्यापारियों कि बातों को नहीं मानता है सोमवार से सम्पूर्ण नीलकंठ बाजार अनिश्चित काल के लिए बंद किया जायेगा।