उत्तराखण्ड
औरंगाबाद में काल सेंटर का भंडाफोड, 1500 मोबाइल सिम जब्त।
संवादसूत्र देहरादून: उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने महाराष्ट्र पुलिस के साथ संयुक्त आपरेशन चलाकर औरंगाबाद में एक काल सेंटर का भंडफोड़ किया है। काल सेंटर में फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी की जाती थी। लूनिया मोहल्ला निकट कालिका मंदिर निवासी एक व्यक्ति के साथ करीब 17 लाख रुपये की आनलाइन लोन एप के माध्यम से साइबर ठगी हुई। प्रथम दृष्टया जांच में पाया कि भारत सरकार के एनसीआरपी पोर्टल पर भी फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी के शिकार हुए पीड़ितों की विभिन्न शिकायतें प्राप्त हुई।
गहनता से नंबरों को चेक करने पर साफ हुआ की एक साथ 32 सिम चार अक्टूबर 2022 को एक ही कंपनी यश इंटरप्राइजेज की ओर से पोर्ट करके लिए और एक्टिवेट किये गए थे ।मौके पे साइबर थाना देहरादून की टीम औरंगाबाद पुलिस (महाराष्ट्र पुलिस) के साथ संयुक्त अभियान चलाया और इस काल सेंटर पैठण गेट औरंगाबाद में रेड डाली। यहां लगभग 150 लोग पब्लिक से फ़ोन पे जबरन वसूली कर रहे थे। इन कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी का मालिक सय्यद जोहेब विभिन्न टीम लीडर्स के माध्यम से इनको काम देता था । टीम को भारतपे और वोडाफोन के लाइसेंस प्राप्त हैं परन्तु इसकी आड़ में भारत के विभिन्न लोगो को काल करके पैसे वसूलने का काम भी दिया गया था। पुलिस की रेड से पहले ही सय्यद जोहेब फरार हो गया।
इस मामले में एसटीएफ की टीम ने अंकुर ढींगरा निवासी मोहन गार्डन उत्तम नगर नई दिल्ली को उसके गुडगांव स्थित कार्यालय से गिरफ्तार किया गया ।