उत्तराखण्ड
कांग्रेसियों ने सरकार के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन, पुलिस से हुई झड़प।
संवादसूत्र देहरादून : मंहगाई व भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ शुक्रवार को राजभवन कूच किया। पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर आगे जाने से रोक दिया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की अगुवाई में कांग्रेसी यहीं पर धरना दे रहे हैं।
राजपुर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय से पार्टी नेता व कार्यकर्ता 11 बजे राजभवन के लिए निकले। करीब 12 बजे हाथीबड़कला बैरिकेडिंग पर भारी पुलिस बल ने कांग्रेस नेताओं को आगे नहीं जाने दिया, यहां पर पुलिस कि कांग्रेस नेताओं की जमकर झड़प हुई। कई कांग्रसी बेरिकेडिंग पर चढ़ गए।इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने मोदी सरकार के विरोध में प्रर्दशन कर नारेबाजी की। इसके बाद कांग्रेस नेता धरने पर बैठ गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाए कि केंद्र की मोदी सरकार कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी व राहुल गांधी पर बदले की भावना से कार्य कर रही है। 2010 में ईडी ने अपनी कार्रवाई बंद कर दी थी। लेकिन मोदी सरकार ने जबरन कार्रवाई दोबारा शुरू करवा दी। जो निदनीय है। उन्होंने देश में बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। कांग्रेस के विधायक सदन के उपनेता भुवन कापड़ी ने आरोप लगाए की उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से जो भर्तियों हो रही है उनमें भाई- भतीजेवाद, घोर अनियमितता बरती जा रही है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार पर आरोप लगाए कि करीब दस हजार पद विभिन्न विभागों में रक्त है। सरकार ने जिन रिक्तियों की परीक्षा आयोजित की उनके परिणाम घोषित नहीं किए है। जनता का ध्यान भटकाने को कांग्रेस पर करवाई की जा रही है। जिन परीक्षा के परिणाम जारी किए गए उनमें चहतों को मौका मिला है। आम युवा खुद को ठगा महसूस कर रहा है। कहा पदेश व देश की सरकारें आमजन के ध्यान महंगाई व बेरोजगारी से भटकाने का काम कर रही है। इस मौके पर युवा कांग्रेस, एनएसयूआइ, महिला कांग्रेस, सेवा दल, इंटक व महानगर कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद हैं। इस दौरान विधायक व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने उत्तराखंड सेवा चयन आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा सत्र के दौरान भी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की नियुक्तियों का मामला सदन में उठाया था। इस मौके पर कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, पूर्व विधायक राजकुमार, संदीप चमोली, मोहन भंडारी, गरिमा दसौनी, महेंद्र सिंह गुरुजी, सुनील राठी, मथुरा प्रसाद जोड़ी आदि मौजूद रहे।