उत्तराखण्ड
फिल्म “चलो जीते हैं” की विशेष पुनः रिलीज़ का देहरादून बना साक्षी।

संवादसूत्र देहरादून : राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म “चलो जीते हैं” की विशेष पुनः-रिलीज़ का राजधानी देहरादून के विभिन्न सिनेमाघरों में आयोजन किया गया। राजधानी के तीन प्रमुख सिनेमाघरों आईनॉक्स माल ऑफ देहरादून , पीवीआर सेंट्रिओ माल और पीवीआर पैसिफिक माल में प्रदर्शित इस फिल्म को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी।
यह फिल्म स्वामी विवेकानंद के दर्शन “बस वही जीते हैं, जो दूसरों के लिए जीते हैं” पर आधारित है। 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक इसे पूरे देश के लगभग 500 सिनेमाघरों में विशेष रूप से प्रदर्शित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जीवन की एक बाल्यकालीन घटना से प्रेरित इस फिल्म की कहानी युवा नारू के इर्द-गिर्द केंद्रित है, जो स्वामी विवेकानंद के विचारों से गहराई से प्रभावित होकर अपनी छोटी सी दुनिया में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करता है।
फिल्म “चलो जीते हैं” निस्वार्थ सेवा और त्याग का शाश्वत संदेश नई पीढ़ी तक प्रभावशाली रूप से पहुँचाने का माध्यम बन रही है। दर्शकों ने भी इसे प्रेरणादायी फिल्म बताते हुए इसकी सराहना की।

