उत्तराखण्ड
बीजेपी से निष्कासित हरक भावुक हो फूट फूटकर रोये,कहा जिस दिन मुँह खोलूंगा देश की राजनीति में विस्फोट हो जाएगा।
सँवादसूत्र देहरादून: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एक और राजनीतिक भूचाल देखने को मिल रहा है. बीजेपी ने अपने मंत्री हरक सिंह रावत पर बड़ी कार्रवाई की है. उत्तराखंड की बीजेपी सरकार ने उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया है. उत्तराखंड के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री की संतुति पर हरक सिंह रावत को पदमुक्त कर दिया है.
बीजेपी से निष्कासित किए जाने के बाद बातचीत के दाैरान हरक सिंह रावत भावुक होकर फूट-फूटकर रोने लगे. ऐसा पहली बार नहीं है कि हरक सिंह रावत किस बात को लेकर फूट-फूटकर रोए हो हरक सिंह रावत इससे पहले भी कई बार सार्वजनिक रूप से रो चुके हैं और हर बार उनके आंसुओं ने उनको फायदा ही पहुंचाया है जनता अपने कद्दावर नेता के आंसुओं को देखकर उसके पक्ष में खड़ी हुई है लेकिन क्या इस बार जनता हरक सिंह रावत के पक्ष में खड़ी होगी या फिर हरक सिंह रावत के आंसुओं की कीमत इस बार कौन चुकाएगा।
हरक सिंह रावत साफ कह चुके हैं कि उन्होंने कहा कि जिस दिन मैं मुह खोल दूंगा उस दिन देश की राजनीति में विस्फोट हो जाएगा. रावत ने कहा कि मुझे खुद नहीं मालूम बीजेपी के नेता जो देश चला रहे है मनगढ़ंत सोशल मीडिया की बाते सुनकर इतना बड़ा फैसला लिया. विनाश काले विपरीत बुद्धि, क्योंकि बड़े- बड़े नेता ऐसे फैसले लेते है जो विनाश के पहले गलत होते है.धामी सरकार में कैबिनेट रहे हरक सिंह रावत ने आगे कहा कि मैं अगर कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में नहीं आया होता तो मैंने बहुत साल पहले रिजाइन दे दिया होता. मुझे मंत्री बनने का शोक नहीं है मुझे काम करने का शौक है. उधर कोटद्वार में स्कूल बन जाता तो क्या मेरे बच्चे वहां पढ़ते. हम पिछले 5 साल में नौजवानों को रोज़गार नहीं दे पाया. ऐसा लग रहा है 14-15 IPS ऑफिसर राज्य चला रहे है जो आज फ़ौज 100-150 हो गयी है,
उन्होंने कहा कि मैं नहीं सोच पा रहा की क्या सोच है, बीजेपी हाई कमान राज्य में क्या नेतृत्व चला रहे है. जिस दिन मैं मुह खोल दूंगा उस दिन विस्फोट हो जाएगा देश की राजनीति में. मैं किसी को झूठा आश्वासन नहीं दे सकता हूं. देर है, लेकिन अंधेर नहीं. रावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी वाले बोल रहे है टिकट मांग रहा है. क्या पार्टी ने राजनाथ सिंह के बेटे को टिकट नहीं दिया. उस वक्त कहां गये आपके सिद्धांत. मैं विकास के मामलों में राजनीति से ऊपर उठकर सोचता हूं. मैं निर्णय खुद लूंगा. हालांकि अभी हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर संशय से बना हुआ है क्योंकि हरीश रावत जब तक हामी नहीं भरेंगे तब तक हरक कांग्रेस में शामिल नहीं हो सकते इतना जरूर है हरीश रावत अपनी शर्तों पर थोड़ा ना नुकुर कर पार्टी में शामिल करवा दें।