उत्तराखण्ड
सतत विकास लक्ष्य 2030 से सम्बंधित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ शुभारम्भ।
संवादसूत्र देहरादून/रुद्रप्रयाग: पंचायत राज विभाग के तत्वावधान में सतत विकास लक्ष्य 2030 के सम्बंध में रेखीय विभागों के जिलास्तरीय अधिकारियों एवं जिला पंचायत सदस्यों की दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी रुद्रप्रयाग नरेश कुमार जी द्वारा जिला विकास भवन सभागार में दीप प्रज्वलित कर किया गया । मुख्य विकास अधिकारी जी द्वारा पूर्व में आयोजित कार्यशाला प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से अवगत कराया, एवं सभी रेखीय विभागों के अधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि सभी लोग टीम भावना के साथ सतत विकास लक्ष्य के सत्रह उद्देश्यों एवं 09 थीम पर मिलकर कार्य करेंगे तो यह लक्ष्य 2030 से पहले ही प्राप्त किया जा सकेगा। मुख्य विकास अधिकारी ने प्रशिक्षण कार्यशाला की सफलता की कामना की।
प्रशिक्षण कार्यशाला में जिला पंचायत सदस्य कुलदीप भंडारी जी ने जन प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि जन लाभकारी प्रशिक्षण कार्यशाला में जन प्रतिनिधियों को बढ़ चढ़कर प्रतिभाग करना चाहिए जिससे सतत विकास लक्ष्य की 09 थीम पर सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाना चाहिए जिससे सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम ब्यक्ति तक पहुँच सके।
मुख्य प्रशिक्षक डॉ डी•एस•पुंडीर जी ने सतत विकास लक्ष्य की थीम गरीबी मुक्त एवं उन्नत आजीविका गाँव, स्वस्थ एवं बाल हितैषी गाँव के स्थानीयकरण के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला व बाल संरक्षण एवं बाल पंचायत को महत्व देने का आग्रह किया।इस अवसर पर हरिप्रसाद ममगाईं जी ने 09 थीम की पांचवीं थीम स्वच्छ और हरा भरा गाँव एवं सातवीं थीम सामाजिक रूप से सुरक्षित गाँव के सभी बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए जैविक खेती को प्रोत्साहन व प्लास्टिक पॉलीथीन मुक्त गाँव की संकल्पना का आग्रह किया।
इस अवसर पर डॉ किरण पुरोहित, बाल विकास अधिकारी, उप वन संरक्षक, डेयरी विकास अधिकारी एवं सहायक अभियंता लोनिवि ने भी अपने अनुभवों से कार्यशाला को लाभान्वित किया।कार्यक्रम का संचालन मुख्य प्रशिक्षक डॉ सुभाष चन्द्र पुरोहित द्वारा कुशलतापूर्वक सम्पन्न किया गया ।