उत्तराखण्ड
अपनी पार्टी के नेताओं को ही संभाल लें खेड़ा और गांधी परिवारः कैंथोला।
संवादसूत्र देहरादून : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को तो दिन के उजाले में सपने देखने की आदत है। उन्होंने खेड़ा व गांधी परिवार को नसीहत दी कि पहले वो अपने नेताओं को संभाल लें। कांग्रेस का कोई ना कोई नेता रोजना अपने नेता की बनी बनाई खीर बिखेरने का काम करता रहता है।
कैंथोला ने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा के बयानों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास रहा है कि वो गांधी परिवार के आगे कुछ सोचती नहीं है। लेकिन, उन्हीं की पार्टी के आधा दर्जन से ज्यादा नेता राहुल गांधी को अध्यक्ष मानने को तैयार नहीं थे।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि मां-बेटे ने मनमोहन सिंह को कभी देश का प्रधानमंत्री नहीं समझा और जिस पार्टी के पास पूरे देश में एक अध्यक्ष बनने वाला नेता नहीं, हो उस पार्टी के नेता की सोच कैसी होगी, वह जनता को नजर आ रहा है। बिपिन कैंथोला ने कहा कि खेड़ा को बताना चाहिए कि देश मे कांग्रेस शासन में कितने घोटाले किये। उन्हें जबाब देना चाहिए कि कांग्रेस राज में केंद्र में उत्तराखंड प्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया।
उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार की ओर से दिए गए पैकेज को खत्म क्यों किया गया? कैंथोला ने कहा कि कांग्रेस को अपने देश के 55 वर्षों के राज्य का भी हिसाब जनता के सामने रखना चाहिए।
सवाल किया कि केवल 10 वर्षों की ही सरकार की कामों की बात क्यों की जा रही है? उनके इस बयान से साबित हो जाता है कि कांग्रेस ने 55 वर्ष देश में कोई काम नहीं किया। केवल देश के अंदर तुष्टीकरण से समाज को तोड़कर अपनी सरकारें बनना कांग्रेस का काम था ओर है, लेकिन अब देश की जनता कांग्रेस के इन झांसेबाज नेताओं के झांसे में आने वाली नहीं है।
कैंथोला ने कहा कि भाजपा से सवाल करने वाले खेड़ा को पहले उत्तराखंड में चल रहे कांग्रेसी नेताओं की आपसी खींचातान को पहले दूर कर लें, फिर विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के बारे में सोचे , कैंथोला ने कहा कि आज उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार ने यह साबित कर दिया है कि विकास कार्य कैसे कराए जाते हैं। उत्तराखंड की जनता को डबल इंजन की सरकार के कामों पर भरोसा है और यही भरोसा है, जिस कारण उत्तराखंड कांग्रेस, उनके नेताओं और अन्य विपक्षी दलों को कन्फ्यूजन की स्थिति ला खड़ा कर दिया है।