आपदा
मलघाट के पास चट्टान खिसकने से लिपुलेख मार्ग हुआ बंद।
संवादसूत्र देहरादून/पिथौरागढ़/ धारचूला : चार दिन बाद एक दिन पूर्व खुला तवाघाट -लिपुलेख मोटर मार्ग सोमवार को मलघाट के पास मलबा आने से बंद हो गया है। मार्ग बंद होने से पांगला से लेकर लिपुलेख तक का सम्पर्क भंग हो गया है। आदि कैलास के दर्शन कर लौट रहेआदि कैलास यात्रियों सहित सौ से डेढ़ा सौ के आसपास लोग फंस गये हैं। धारचूला से आदि कैलास को जा रहे यात्री तीनतोला से लौट कर नारायण आश्रम पहुंचे हैंं।
आदि कैलास यात्रा प्रारंभ होते ही यात्रा मार्ग में लगातार अवरोध आ रहे हैं। लगातार लिपुलेख मार्ग कभी गर्बाधार तो कभी नजंग लखनपुर पर बंद हो रहा है। लखनपुर के पास बीते बुधवार की रात्रि को भारी मलबा आ गया था। इस दौरान आदि कैलास यात्रियों सहित सैकड़ों लोग फंस गए थे। रविवार पूर्वांह 11 बजे लखनपुर के पास मार्ग खुला तब जाकर फंसे यात्रियों सहित अन्य लोग धारचूला पहुंचे। धारचूला से आदि कैलास जाने वाले यात्री उच्च हिमालय में बूंदी और गुंजी पहुंचे ।
सोमवार की सायं को तवाघाट -लिपुलेख मार्ग पर तवाघाट और पांगला के मध्य तीनतोला के पास मलघाट में भारी मलबा आ चुका है। मलबा आने से पांगला, मांगती, घटियाबगड़ सहित उच्च हिमालयी व्यास घाटी के सात गावों का सम्पर्क भंग हो चुका है। मलघाट के पास मलबा आने से मार्ग को लेकर संकट भी पैदा होने लगा है।