उत्तराखण्ड
नेपाल से संचालित मैत्री बस को भारत में प्रवेश से रोका।
संवादसूत्र देहरादून/बनबसा(चंपावत) : नेपाल प्रशासन की ओर से भारतीय टैक्सी वाहनों को नेपाल में प्रवेश नहीं दिए जाने से गुस्साए भारतीय टैक्सी संचालकों ने नेपाल से चलने वाली महेंद्रनगर- दिल्ली मैत्री बस को गुरुवार को भारत में घुसने से रोक दिया। काफी देर गहमागहमी का माहौल रहा। अंतत: मैत्री सेवा के यात्रियों को बैरंग स्वदेश लौटना पड़ा। नेपाल प्रशासन ने बुधवार को बिना उचित कारण बताए भारतीय टैक्सियों को नेपाल में प्रवेश करनेे से रोक दिया था।
गुरुवार को भारतीय टैक्सी चालकों ने भारत-नेपाल सीमा स्थित बैराज पुल पर नेपाल के महेंद्रनगर से संचालित दिल्ली जाने वाली महाकाली यातायात की बस को रोक दिया। टैक्सी संचालकों ने भारत-नेपाल मैत्री सेवा के नाम पर चलने वाली नेपाल की बसों को भारत में प्रवेश की अनुमति दिए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने प्रशासन से इसकी जांच की मांग की। नेपाल मैत्री बस को रोके जाने की सूचना पर मौके पर पहुंचे शारदा बैराज चौकी प्रभारी हेमंत सिंह कठैत ने टैक्सी संचालकों से वार्ता की। नेपाल से संचालित होने वाली मैत्री बसों के परमिट की जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि बस में सवार 40 यात्रियों को उतारकर दूसरे वाहनों से नेपाल को वापस भेज दिया गया है। भाजपा मंडल अध्यक्ष कमलेश भट्ट ने बताया कि भारतीय टैक्सी वाहनों को नेपाल में प्रवेश से रोके जाने के संबंध में उनकी दूरभाष के माध्यम से जिलाधिकारी से वार्ता हुई है। डीएम ने भारतीय वाहनों के नेपाल में प्रवेश रोके जाने के संबंध में नेपाल प्रशासन से वार्ता करने की बात कही है। इस मौके पर चंदन सिंह रौतेला, जगदीश चंद, सुनील थ्वाल, रफी अंसारी, कबीर जयाल, प्रदीप आदि तमाम टैक्सी संचालक मौजूद रहे।
भारतीय टैक्सी संचालकों ने नेपाल से दिल्ली चलने वाली महाकाली यातायात की एक बस को बैराज के समीप रोक दिया। पुलिस ने टैक्सी संचालकों की मांग पर नेपाल से भारत आने वाली बसों के परमिट की जांच शुरू कर दी है। बस में सवार सभी 40 नेपाली यात्रियों को नेपाल वापस भेज दिया गया है।
-हेमंत कठैत, शारदा बैराज चौकी प्रभारी