उत्तराखण्ड
राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य बच्चों को संस्कारवान बनाना है।
यमकेश्वर : इण्टर कॉलेज यमकेश्वर की एन.एस.एस.इकाई का सात दिवसीय विशेष शिविर का उद्घाटन 12 मार्च को जामल गाँव में शुरू हुआ. एन.एस.एस याने राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना 1969 को इस उद्देश्य से हुई कि राष्ट्र की सेवा कैंसे की जा सकती है? इसके तहत साफ- सफाई ,पर्यावरण सुरक्षा ,सामाजिक बुराइयों का दमन ,नशामुक्ति और नौजवानों को संस्कारवान बनवाना है.आज कार्यक्रम के छठवें दिन मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुवात की गयी व स्कूली छात्र छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुती के माध्यम से समाज को नशामुक्त करने व गांव गांव मे स्वच्छता के प्रति संदेश दिया गया! ईस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती डा. मीरा रतूडी जी ने बच्चों के द्वारा सराहनीय प्रस्तुती एवं आयोजन समिती के सराहनीय प्रयासों की प्रशंसा की गयी ,विशिष्ट अतिथि क्षेत्र पंचायत बूंगा पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट ने अपने सैन्य जीवन मे पर्वतारोहंण अभियानों के संघर्ष व सफलता का उदाहरण देकर स्कूली छात्र छात्राओं को विकट पलों मे संघर्ष कर लक्ष्य के प्रति दृढ निश्चय समर्पंण व सच्ची लगन से आगे बढने व सफलता हांसिल करने के लिये लॉकडाउन मे अपने ग्रामीणों के साथ श्रमदान कर बनाई गयी सडक व पुल निर्मांण का उदाहरण देकर भविष्य मे लक्ष्य के प्रति दृढ निश्चय व संयमता से आगे बढने के लिये प्रेरित किया,, ईस दौरान कार्यक्रम मे पूर्व प्रधान दमराडा राजेंद्र बडोळा, ग्राम प्रधान श्रीमति नीलम चौहान, कार्यक्रम अधिकारी श्री मनोज कुमार जी ,श्री अभिषेक कुकरेती जी,श्री योगेन्द्र सिंह ,मस्त पहाडी ,नत्थी सिंह चौहान व ग्रामीण, उपस्थित थे, कार्यक्रम के सफल मंच संचालन के लिये मुख्य अतिथि डा. मीरा रतुडी जी एवं सुदेश भट्ट के द्वारा सफल मंच संचालन के लिये ई. कालेज यमकेश्वर की अध्यापिका सुश्री मीनाक्षी बडथ्वाल की खुब प्रशंसा की गयी व कार्यक्रम मे पहुंचे दोनो ही अतिथियों द्वारा आयोजन मंडल एवं जामल की जनता को सफल आयोजन के लिये बधाईयां दी गयी!