उत्तराखण्ड
वयोवृद्ध लेखक “निःसंग” का निधन।
संवादसूत्र चमोली: चमोली जिले के सबसे वयोवृद्ध लेखक , पूर्व सैनिक (1965 और 1971 की लड़ाई में जिन्होंने भाग लिया) और नगर पंचायत बद्रीनाथ के पूर्व सचिव शिवराज सिंह रावत ‘निःसंग’ का आज आने पैतृक गांव देवर खडोरा (गोपेश्वर) में 2 जून 2021 को निधन हो गया। वे 93 साल की उम्र में भी सक्रिय लेखन कर रहे थे।
रावत ने श्री बद्रीनाथ धाम दर्पण(1994), गायत्री उपासना, भारतीय जीवन दर्शन और सृष्टि का रहस्य”, कर्म का रहस्य, उत्तराखंड में नन्दाजात, शाक्त मत और चंडिका जात, केदार हिमालय और पंचकेदार, पेशावर गोली कांड का लौह पुरुष वीर चंद्र सिंह गढ़वाली, बीरबाला तीलू रौतेली, भाषा तत्व और और आर्य भाषा, मानव अधिकार के मूल तत्व, गढ़वाली व्याकरण, कालीमठ कालीतीर्थ, षोडश संस्कार क्यों ? सहित 20 क़िताबें लिखी हैं।
उन्हें अनेक ग़ैरसरकारी संगठनों सहित उमेश डोभाल पुरस्कार 1997 सहित 2010 में उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा भी पुरस्कृत किया गया है।
वे भूतपूर्व सैनिक संगठन और जिला मानवाधिकार संगठन चमोली के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं।