उत्तराखण्ड
एकमात्र मंदिर जहां कपाट किसी भी ग्रहण काल में बंद नहीं होता।
संवादसूत्र देहरादून/गोपेश्वर: चमोली के उर्गम घाटी में कल्पेश्वर तीर्थ एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसका कपाट किसी भी ग्रहण काल में बंद नही होता, यह परंपरा पौराणिक कल से सतत चली आ रही है।
24 घण्टे यह मंदिर खुला रहता है और कभी भी इस मंदिर के गर्भगृह में ताला नहीं लगाया, मान्यता है कि यहां पर भगवान शिव के जटा भाग होने के चलते यहां पर ताला नही लगाया जाता है क्योंकि शिव के जटाओं से गंगा को रोका जाता है ग्रहणकाल में भी ये मंदिर खुला रहता है कल्पनाथ प्रबंध समिति के सचिव रघुबीर सिंह नेगी का कहना है की शास्त्रों में वर्णित है कि भगवान शिव के जटाओं से मां गंगा को रोका गया था। इसलिए यहां भी कपाट बंद नहीं होते, समुद्र मंथन के दौरान यही पर देवताओ और दानवों की बैठक हुई थी,ग्रहण के दौरान कल आज भी कल्पेश्वर मंदिर बंद नही रहेंगा।