उत्तराखण्ड
उच्च हिमालय में साहसिक खेल खोलेंगे पर्यटन का द्वार : धामी
संवादसूत्र देहरादून/गुंजी (पिथौरागढ़) : चीन और नेपाल सीमा पर स्थित साढ़े दस हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित व्यास घाटी के केंद्र बिंदु गुंजी में पहली बार माउंटेन साइकिल रैली का आयोजन हुआ। शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उच्च हिमालय में साहसिक खेल पर्यटन के द्वार खोलेंगे। यह क्षेत्र धार्मिक एवं साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में अतंरराष्ट्रीय स्तर पर जाना जाएगा। सीमांत में चहल पहल रहेगी।
आज को मुख्यमंत्री श्री धामी आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर उच्च हिमालय में आयोजित टूर दि आदि कैलास साइकिल यात्रा का शुभारंभ करने गुंजी पहुंचे। उन्होंने 58 साइकिलिस्टों को आदि कैलास व नाविढांग के लिए रवाना किया। गुंजी से लगी चोटियों पर हुए ताजा हिमपात से चमक रही चोटियों के बीच स्थित मनीला मैदान 75 राष्ट्रीय ध्वजों से शोभायमान हो रहा था।
सीएम ने कहा कि सीमा छोर में आयोजित यह कार्यक्रम इस क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय ख्याति देने वाला है। अब सीमांत में चहल पहल रहेगी। होमस्टे ,टैक्सी, होटल ,ढाबे और गाइड की आय में बढ़ोत्त्तरी होगी। सीमा पर यह चहल पहल अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से सीमा पर सड़क संपर्क हो सका है। उनके प्रयास से ही आज चीन सीमा तक सड़क बनी है और आवाजाही हो रही है। भारत माला जैसी परियोजना चला कर सीमा क्षेत्रों को प्रधानमंत्री ने सड़कों की सौगात दी है।