उत्तराखण्ड
पीएम तय करेंगे कौन बनेगा सीएम,,धामी संग कई अन्य दिग्गज भी दौड़ में शामिल।
संवादसूत्र देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हार से भाजपा उत्तराखंड में सीएम पद पर नाम को लेकर उलझन में है। इस बीच पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। दोनों नेता जल्द होने वाली विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम पर विधायकों की राय से पार्टी नेतृत्व को अवगत कराएंगे। हालांकि विधायक दल की बैठक कब होगी, इसकी तारीख तय नहीं की गई है। वहीं इसी बीच सुबोध उनियाल और मंत्री अरविंद पांडे को दिल्ली बुलाया गया है.
उत्तराखंड में भाजपा ने लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल करने का कीर्तिमान बनाया है। हालांकि चुनाव से चंद महीने पहले मुख्यमंत्री बनाए गए धामी खटीमा से चुनाव हार गए। इसके बाद पार्टी नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर पशोपेश में है। पार्टी में नए सीएम के नामों पर कयासबाजी का दौर जारी है। अलग-अलग गुट इस पद के लिए अपने नेता की दावेदारी कर रहे हैं। 7 विधायकों ने धामी के लिए अपनी सीट से इस्तीफा का प्रस्ताव दिया है। हालांकि पार्टी नेतृत्व धामी पर दांव लगाएगा या नया चेहरा पेश करेगा, इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने धामी के हाथ में सरकार की कमान देने की घोषणा की थी। पीएम राज्य में नया और युवा नेतृत्व को उभारना चाहते हैं। इसलिए पांच साल के कार्यकाल में राज्य को धामी के रूप में तीसरा मुख्यमंत्री मिला। हालांकि धामी की हार ने पार्टी का समीकरण बिगाड़ दिया है। हालांकि अगर पार्टी तमाम इतिहास को छोड़ धामी को मुख्यमंत्री बनाती है तो हम आ जाएगा पार्टी आलाकमान अपने युवा मुख्यमंत्री को आगे बढ़ाना चाहती है और भविष्य में भी इसी तरीके की युवा राजनीति को आगे बढ़ाएगी
हालांकि नए दावेदारों में पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट का नाम लिया जा रहा है। सतपाल महाराज और धन सिंह के नाम की भी चर्चा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नेतृत्व की पसंद युवा नेता ही होगी। वहीं राजनीतिक गलियारों में पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी की पुत्री रितु खंडूरी के नाम की भी बड़ी चर्चा आई हैं वहीं बीजेपी गए थे मां पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का भी नाम ले रहा है यानी मुख्यमंत्री को लेकर खेमे ही खेमे जुटे हुए हैं ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि प्रदेश में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा लेकिन प्रदेश में धामी को लेकर जनता में सहानुभूति है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि बृहस्पतिवार को नतीजे आने के बाद अलग-अलग राज्यों में सरकार के गठन को लेकर कोई विस्तृत चर्चा नहीं हुई है। महज उत्तराखंड के लिए गोयल और प्रधान को पर्यवेक्षक बनाने का फैसला किया गया है। नतीजे के दूसरे दिन पीएम और गृहमंत्री शाह दोनों गुजरात में हैं। ऐसे में इनके वहां से लौटने के बाद संभवत: रविवार को अलग-अलग राज्यों में सरकार के गठन और शपथ की तारीख पर चर्चा होगी।