उत्तराखण्ड
मोटर मार्ग की मांग को लेकर 20 गांव के ग्रामीण आंदोलन को तैयार।
संवादसूत्र देहरादून/नई टिहरी: नरेंद्रनगर ब्लॉक की हेंवलघाटी के 20 गाँवों के लिए जाजल – शिवपुरी मोटर मार्ग की मांग ग्रामीण काफी समय से कर रहे हैं। लेकिन केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने वन भूमि के कारण इस मार्ग के लिये फारेस्ट क्लीयरेंस नही दिया। जिसके बाद अब इस क्षेत्र के ग्रामीण आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।
आगामी 22 मई को इस संबंध में शिवपुरी में ग्रामीणों की बैठक होनी है। रौन्देली गांव के प्रधान दिनेश राणा ने बताया कि मोटर मार्ग ग्रामीणों की मूलभूत आवश्यकता है । इन 20 गाँवों को चार धाम महामार्ग परियोजना का वैकल्पिक बाईपास की जरूरत नहीं है । 20 गाँवों की मूल आवश्यकता को ध्यान में नहीं रखा गया है । जाजल से शिवपुरी तक रोड बनने के बाद 20 गांव भी मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। अभी ग्रामीणों को जाजल से शिवपुरी तक ऋषिकेश होकर जाना पड़ता है। जो 60 किमी पड़ता है।अगर ये रोड बन जाये तो यह सफर 23 किमी पड़ेगा। इन गाँवों को सड़क मार्ग की जरूरत है । आखिर इन 20 गाँवों की जनता को भी 21 वीं शताब्दी में जीने का हक है । 22 मई को इस संबंध में ग्रामीणों की बैठक आयोजित की जा रही है। अगर ग्रामीणों की मांग नही मानी गई तो आंदोलन किया जाएगा।