उत्तराखण्ड
सागर तो खारे हैं बिल्कुल,नदिया न खारी हो जाये….काव्य महाकुंभ में कवियों ने बांधा समां।
संवादसूत्र देहरादून: “उत्तराखंड की जिया साहित्यिक कुटुम्भ” के तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय काव्य महाकुंभ का आयोजन किया गया,,कर्यक्रम के पहले दिन दो सत्रों में कार्यक्रम हुआ,जिसमे पहले सत्र की शुरुआत,,उपस्थित सभी कवियों का सम्मान किया गया,,कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मसूरी विधायक गणेश जोशी ने सभी कवियों को सॉल ओढक़र सम्मानित किया,,
कार्यक्रम की शुरुआत ईश वंदना के साथ हुई,,कार्यक्रम के पहले सत्र का संचालन गुलजार जिगर जी ने अपने अनोखे अंदाज में की,, बाहर से आये कवियों ने बेहद खूबसूरत समां बांधकर स्रोताओं को बांधे रखा,,,
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि परमानंद जी महाराज महामंडलेश्वर ऋषिकेश ने सभी कवियों के कविता पाठ का आनंद लिया और बहुत प्रसंशा की,कर्यक्रम के सह संयोजक सूर्य चंद्र चौहान ने सभी कवियों का स्वागत करते कहा यह अपने आप मे देवभूमि की पहली काव्य गोष्ठी जहां इतने सारे कवि एक साथ एकत्रित हो पाए,,,
उत्तराखंड की जिया साहित्यिक कुटुंब की संस्थापिका जिया हिन्दवाल ने कहा,अन्य राज्यों में जब इस तरह की गोष्ठी का आयोजन होता था तो उन्होंने प्रण लिया देवभूमि में भी वो काव्य महाकुंभ का आयोजन कवाएँगी,,और उसकी शुरुआत अब हो चुकी,,उन्हें खुशी कि कार्यक्रम का आगाज ही इतना सफल रहा तो अंजाम भी बेहतर होगा।
कवि गोष्ठी के पहले सत्र में जो कवि शामिल हुए उनमें,
नफीस देवबंदी ,प्रतिभा प्रीत ,जुनैद सैकलानी ,जरीन सिद्दीकी,राखी विशिष्ठ ,साज देहलवी,उमंग सरीन,सत्य देव सोनी ,भू दत्त शर्मा ,एस आर पल्लव ,श्रीमती नीता नय्यर ,डॉ कल्पना कुशवाह ,अरुण कुमार पाठक शामिल रहे।
दूसरा सत्र का संचालिका सोनिया अक्स ने किया,शामिल होने कवि थे पंकज गर्ग जी,रुड़की से सरफराज अहमद,नरेंद्र भूषण ,अमित शुक्ला,प्रदीप मिश्र अजनबी,पुनीता सिंह दिल्ली से,नीतू नय्यर, पुष्पलता सिंह —“,पुष्प”,दिल्ली से,जयश्री सिंह,रीना दुबे, गोविन्द भारद्वाज जी, एम पी, उमेश प्रकाश,नरसिंह बचन सिंह,प्रवीण व्यास जी,दिल्ली से,सुनीता चौहान आगरा से,एम एस राज जी दिल्ली से शामिल हुए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक गणेश जोशी ने पुस्तकों का विमोचन भी किया।