उत्तराखण्ड
सचिवालय रक्षक व कनिष्ठ सहायक (ज्यूडिशियरी) परीक्षाओं की जांच भी एसटीएफ को सौंपी।
संवादसूत्र देहरादून: स्नातक स्तर परीक्षा का पेपर लीक मामले की चल रही जांच के तार सचिवालय रक्षक एवं कनिष्ठ सहायक (ज्यूडिशियरी) से भी जुड़ रहे हैं। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने दोनों परीक्षाओं की जांच भी एसटीएफ को सौंप दी है। वहीं
डीजीपी ने बताया कि वर्ष 2020 में उत्तराखण्ड पुलिस ने वन आरक्षी (फॉरेस्ट गार्ड) परीक्षा में ब्लूटूथ के जरिये नकल कराने वाले गिरोह को पकड़ा था, जिस संबंध में जिला हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल में मुकदमे पंजीकृत हैं। इन मुकदमों की भी दोबारा जांच के लिए एसटीएफ को निर्देशित किया गया है। डीजीपी ने बताया कि जो लोग स्नातक स्तर का पेपर लीक करने में पकड़े गए हैं, उनका इन परीक्षाओं में भी हाथ होने की संभावना है, ऐसे में दो परीक्षाओं की नए सिरे से जांच और एक परीक्षा की दोबारा जांच करने के निर्देश जारी किए गए हैं।