उत्तराखण्ड
सड़क चौड़ीकरण में हुए विस्फोट से तवाघाट-लिपुलेख मार्ग बंद।

संवादसूत्र देहरादून/पिथौरागढ़: तवाघाट-गर्बाधार -लिपुलेख मार्ग गर्बाधार से लगभग दो किमी आगे सड़क चौड़ीकरण में बाधक बनी चट्टान तोडऩे के लिए किए गए बारूदी विस्फोट से बंद हो गया है। मार्ग बंद होने से चीन सीमा का संपर्क भंग है। व्यास घाटी के सात गांव अलग-थलग पड़ चुके हैं।
लिपुलेख मार्ग में गर्बाधार से दो किमी दूर का क्षेत्र संवेदनशील बन चुका है। इस स्थान पर बीते माह चट्टान के एक ट्रक पर गिरने से ट्रक चालक लापता हो गया था। तब मार्ग दो से तीन दिन बंद रहा। इससे पूर्व भी मार्ग बंद होता रहा । बीते दिनों फिर विस्फोट के चलते मलबा आने से मार्ग दो -तीन बंद रहा। बताया जा रहा है कि यहां पर चट्टान तोडऩे के लिए हल्का विस्फोट करते ही चट्टान टूट कर गिर रही है। सोमवार की सायं सड़क का कार्य कर रही कंपनी द्वारा हल्का सा बारू दी विस्फोट किया गया और चट्टान टूट कर भारी मलबा आने से मार्ग बंद है।
मार्ग बंद होने से चीन सीमा पर स्थित व्यास घाटी अलग-थलग पड़ चुकी है। घाटी के सात गांव बूंदी, गब्र्याग,नपलच्यु, गुंजी, नाबी , रोंगकोंग, कुटी सहित आदि कैलास, ओम पर्वत का सम्पर्क भंग है। ऊपर से लगातार बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हो रहा है। चार मई से आदि कैलास यात्रा प्रारंभ हो रही है। पहला दल भी धारचूला पहुंचने के बाद इसी मार्ग से आदि कैलास को रवाना होगा। गर्बाधार के पास इस तरह मार्ग बंद होने से यात्रा भी प्रभावित होने के आसार बने हैं।

