उत्तराखण्ड
सचिव स्वास्थ्य ने चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं की निगरानी हेतु जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिये यह निर्देश।
संवादसूत्र देहरादून: उत्तराखण्ड की महत्वपूर्ण चारधाम को लेकर सचिव स्वास्थ्य राधिका झा ने यात्रा से संबंधित व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस महत्वपूर्ण बैठक में यात्रा से संबंधित जनपदों के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने वीडिया कान्फ्रेसिंग के माध्यम से भाग लिया।
सचिव स्वास्थ्य ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वह मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ यात्रा व्यवस्थाओं की नियमित निगरानी करें और प्रतिदिन रिव्यू कर यात्रा को सुचारू रूप से संचालित कराएं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गयी है और पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टॉफ को तैनात किया गया है, लेकिन यात्रा ड्यूटी में शिथिलता एवं अनुपस्थित चिकित्सक एवं कार्मिकों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
सचिव स्वास्थ्य ने आपात स्थिति में यात्री को समय पर चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराए जाने तथा रिस्पॉन्स टाईम को कम करने के लिए जिलाधिकारियों को ऑनरूट मोबाईल एम्बुलेंस की व्यवस्था प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर चारधाम यात्रियों विशेषकर सीनियर सिटीजन, अन्य बीमारियों से ग्रसित अथवा लॉग-कोविड से प्रभावित यात्रियों को यात्रा आरम्भ करने से पूर्व नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने की आवश्यकता एवं यात्रा में स्वास्थ्य देखभाल को लेकर हैल्थ एडवाईजरी जारी की गयी हैल्थ एडवाईजरी में चारधाम पर आने वाले यात्रियों को नियमित स्वास्थ्य परीक्षण के अनुसार यात्रा पर आने की सलाह दी गयी है, ताकि यात्रा में किसी प्रकार की प्रतिकूल स्वास्थ्य स्थितियों का सामना न करना पड़े। जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वह पर्यटन विभाग के माध्यम से हैल्थ एडवाइजरी का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराए।
यात्रा में आपदा एवं आकस्मिक परिस्थितियों के अन्तर्गत मरीजों अथवा प्रभावित तीर्थ यात्रियों को त्वरित राहत
के लिए एयर एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए। सचिव ने कहा कि संबंधित
जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभावित मरीज / तीर्थयात्री को एयर लिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश तक
उपचार हेतु तुरन्त ले जाने के लिए एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था करायेगें।
स्वास्थ्य सचिव ने जिलाधिकारी चमोली के अनुरोध पर तुरन्त 01 फिजीशियन को जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में तैनात करने के निर्देश महानिदेशक स्वास्थ्य को दिए तथा मेडिकल कॉलेज दून के प्रधानाचार्य को 15-15 दिनों के लिए रोस्टर के आधार पर चिकित्सकों की तैनाती चारधाम यात्रा के दौरान किए जाने के लिए कहा।” चारधाम यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए स्वास्थ्य सचिव श्रीमती राधिका झा ने स्वास्थ्य महानिदेशालय में तैनात निदेशक डॉ० विनीता शाह को उत्तरकाशी डॉ० सरोज नैथानी को रुद्रप्रयाग तथा डॉ०
भारती राणा को चमोली जनपद के लिए नोडल अधिकारी नामित कर यात्रा व्यवस्थाओं की नियमित निगरानी
हेतु निर्देशित किया गया है।
समीक्षा बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य श्रीमती सोनिका, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ० शैलजा भट्ट, प्रधानाचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉ० आर०सी०एस० सयाना, उप सचिव डॉ० मुकेश कुमार राय, अपर निदेशक डॉ० उमाशंकर कण्डवाल, डॉ० राजन अरोडा. श्री जे०सी० पाण्डेय एवं एस०डी०आर०एफ० के प्रतिनिधि उपस्थित हुए।