उत्तराखण्ड
पैथाेलाजी संचालक की हत्या में दो कर्मचारी शामिल, 70 लाख फिरौती मांगी थी।
पैथोलॉजी लैब संचालक कार्तिक की हत्या उसी के ही दो कर्मचारियों ने फिरौती वसूलने के इरादे से की थी।
संवादसूत्र देहरादून/हरिद्वार: 70 लाख रुपये की फिरौती के लिए पैथोलाजी लैब संचालक की हत्या। अपहरण के बाद स्वजन के फोन पर आई थी फिरौती की काल। बहादराबाद निवासी कार्तिक राम धाम कालोनी में पैथोलाजी लैब संचालित करता था। गुरुवार को कार्तिक के घर नहीं लौटने पर स्वजन ने तलाश की, पर पता नहीं चला। शुक्रवार सुबह उन्होंने बहादराबाद थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई। शाम को कार्तिक के मोबाइल से उसकी मां के मोबाइल पर एक काल आई। जिसमें 70 लाख रुपए फिरौती मांगी गई। रकम न देने पर कार्तिक की हत्या की धमकी भी दी गई। कुछ देर बाद रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के सलेमपुर इलाके में कार्तिक का शव बरामद हो गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने फिरौती मांगे जाने की पुष्टि की। बताया कि कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पैथोलॉजी लैब संचालक कार्तिक की हत्या उसी के ही दो कर्मचारियों ने फिरौती वसूलने के इरादे से की थी। सीआ बहादराबाद पुलिस ने कार्तिक हत्याकांड से पर्दा उठा आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी अजय सिंह ने चंद घंटे में हत्याकांड का खुलासा करने पर अधीनस्थों की पीठ थपथपाते हुए दस हजार रुपये के नकद इनाम की घोषणा की है।
शनिवार को मेला नियंत्रण कक्ष सभागार में एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि शुक्रवार दोपहर प्रेमचंद निवासी शिवमंदिर के पास | बहादराबाद ने सूचना दी थी कि उनका 22 वर्षीय पुत्र कार्तिक रामधाम कालोनी रानीपुर में अनिका पैथोलोजी नामक लैब का संचालक है। गुरुवार को उनका पुत्र दोस्तों के साथ पार्टी में शामिल होने की बात कहकर गया था लेकिन लौटकर नहीं आया था। शुक्रवार को लैब संचालक की मां अंगूरी देवी के मोबाइल फोन एक कॉल आई थी। कॉल कर रहे शख्स ने कार्तिक को छोड़ने की एवज में 70 लाख की मांग की थी। एसएसपी ने बताया कि कार्तिक के मोबाइल फोन से तीन ट्रांजेक्शन होने की बात सामने आई थी। सामने आया था कि शराब की दुकान, मुरादाबादी बिरयानी सेंटर एवं कृष्णा ट्रेडर्स से खरीदारी की गई थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदेह होने पर पुलिस ने उसी की ही लैब में कार्यरत निपेंद्र कुमार पुत्र राकेश कुमार निवासी मुस्तफाबाद गदनपुरा थाना हीमपुर दीपा बिजनौर यूपी हाल निवासी सलेमपुर रानीपुर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह टूट गया। उसने कबूला कि उसने अपने दूसरे सहकर्मी शहादत अली पुत्र छोटेखान निवासी कस्बा सहसपुर स्योहारा बिजनौर यूपी हाल निवासी सलेमपुर के साथ मिलकर कार्तिक की हत्या कर दी थी और उसका शव शहादत के किराए पर लिए गए कमरे में छिपाकर रखा गया है। उनकी निशानदेही पर कमरे से बरामद कर लिया गया । कार्तिक को शराब पिलाने के बाद आरोपी अपने साथ कमरे पर ले गए थे, जहां लेकर उन्होंने मफलर से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी। हत्या के बाद वह परिजन से फिरौती की मांग कर रहे थे। इस दौरान एसपी अपराध रेखा यादव, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, सीओ सिटी मनोज ठाकुर, सीओ निहारिका सेमवाल, एसओ नितेश शर्मा, चौकी प्रभारी अशोक सिरसवाल मौजूद रहै।