उत्तराखण्ड
फर्जी डिग्री बनाने वाले गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार, सरगना फरार।
संवादसूत्र देहरादून/रुद्रपुर (ऊधम सिंह नगर) : विलियम कैरी विश्वविद्यालय शिलांग के फर्जी अंकपत्र और डिप्लोमा प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह का उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर की पुलिस ने शुक्रवार को पर्दाफाश किया। चंपावत व देहरादून निवासी दो आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके पास से बड़ी मात्रा में सादा प्रमाण पत्र भी बरामद किया। पुलिस के अनुसार इस गिरोह में विलियम कैरी विवि के विजय अग्रवाल और जितेंद्र उर्फ सुखपाल शर्मा नाम के दो अधिकारी भी शामिल हैं, जिसकी सूचना विवि प्रशासन को उपलब्ध करा दी गई है।
सत्यापन अभियान के दौरान मिली सफलता
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि गुरुवार रात मेट्रोपोलिस सिटी कालोनी में सत्यापन अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान टावर नंबर एच-09 के फ्लैट नंबर दो में पुलिस को देख चंपावत के बनबसा निवासी गौरव चंद पुत्र जनक बहादुर और राजीवनगर डोईवाला देहरादून निवासी अजय कुमार पुत्र धर्मेंद्र कुमार भागने लगे। पुलिस ने दोनों को पकड़ पूछताछ शुरू की तो उन्होंने बताया कि आवास विकास स्थित कीरत ट्रेडिंग कंपनी के स्वामी नवदीप सिंह भाटिया और उसके साथियों के साथ मिलकर फर्जी अंकपत्र और डिप्लोमा प्रमाण पत्र तैयार करते हैं। नवदीप भाटिया ही गिरोह का सरगना है। उनके साथ बनबसा के नितेश चंद भी शामिल है।
राजस्थान, झारखंड व उत्तर प्रदेश से भी जुड़ाव
गिरोह का जुड़ाव राजस्थान, झारखंड व उत्तर प्रदेश से भी है। एसएसपी के अनुसार गिरफ्तार आरोपितों की निशानदेही पर फ्लैट से विलियम कैरी विवि के अंकपत्र व डिग्री के साथ ही सनराइज विवि रामगढ़ अलवर राजस्थान, वाईबीएन विवि रांची, साईंनाथ विवि रांची और वीबीएस पूर्वांचल विवि जौनपुर के अंकपत्र और डिप्लोमा प्रमाण पत्र भी बरामद हुए हैं। ऐसे में राजस्थान, झारखंड व उत्तर प्रदेश पुलिस से संपर्क कर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।