उत्तराखण्ड
हम किसी से कम नहीं, साबित किया पहाड़ की बेटी ने।
देहरादून: महिलाओं को कई लोग चार दिवारी तक ही सीमित समझते हैं। उनके घरेलू कार्यों को अधिक महत्वता नहीं दी जाती है। वहीं इसके अलावा कई घरों में तो महिलाओं को काम करने की इजाजत भी नहीं है। पर्वतीय क्षेत्रों में आज भी भेदभाव देखने को मिलता है, जहां स्कूल की पढ़ाई पूरी होते ही बेटियों की शादी कर दी जाती है लेकिन ऐसी सोच एक बार एक मां ने तमाचा मारा है। प्रतिभा थपलियाल ने एक बार फिर बॉडीबिल्डिंग के क्षेत्र में कमाल किया है। इससे पहले भी वह कई प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर सुर्खियों में रही है।
प्रतिभा थपलियाल ने 13वीं जूनियर मिस्टर इंडिया और सीनियर महिला बॉडीबिल्डिंग, नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया है। इस प्रतियोगिता का आयोजन भारतीय खेल मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त IBBF की ओर से बीते 4 एवं 5 मार्च को रतलाम में किया गया था। कई वर्षों से बॉडीबिल्डिंग को करियर के तौर पर आगे बढ़ा रही प्रतिभा एक हाउस वाइफ हैं। उनके दो बच्चे भी हैं। घर की जिम्मेदारियों के अलावा प्रतिभा अपने सपने को भी जी रही हैं। वह बॉडीबिल्डिंग के जरिए युवाओं में फिटनेट को लेकर जागरूक कर रही हैं।